जय जिनेन्द्र प्रिय मित्रों, आज मैं अपनी मन की बात आपके समक्ष रख रहा हूँ, मैं आज शारीरिक रूप से संयम ग्रहण करने में असक्षम हूँ पर क्या करू मेरे अंयराय कर्म मेरे आड़े आ रहे हैं और इस कारण बहुत ही रूदन हो रही है । मैं दादा से यही प्रार्थना करता हूँ कि मेरे अंतराय कर्म टूटे और संयम जीवन मुझे मिले। आज मन बहुत ही व्यकुल है बस मुझे संयम जीवन के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है, रात में भी सो नहीं पा रहा हूँ सिर्फ यही बात मेरे मन-मस्तिष्क में घूमती रहती है कि कब मुझे संयम जीवन मिलेगा। यह कैसी अंतराय कि मैं चाहकर भी इस पथ पर नहीं जा पा रहा हूँ। मैं मन, काया और आत्मा से इस बात को लेकर पूरा दृढ़संकल्पित हूँ कि मैं अपना संपूर्ण जीवन तप और त्याग की राह पर व्यतित करू। आज से दो वर्ष पूर्व मैं धर्म से बिल्कुल अनभिज्ञ था और जब दादा की छत्र छाया में 20 दिनों तक रूकना हुआ तो मेरे विचारों में बहुत परिवर्तन आया और फिर गुरूभगवंतों का सानिध्य और आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ, उसके बाद तो बस तप का माध्यम अपनाया और वर्षीतप प्रारंभ किया और भाव और प्रगाढ़ होते गए कई त्याग मेरे द्वारा कर दिए गए और आज वर्तमान मैं भी दूसरा वर्षीतप दादा की कृपा और गुरूभगवंतों के आशीर्वाद से चल रहा है, मन के भाव उपधान तप करने के हुए परंतु मेरी इस शारिरीक परेशानी के कारण कहीं से मुझे आज्ञा नहीं मिली पर मैं पूरी तरह से उपधान तप करने के लिए दृढ़संकल्पित था और मुझे प.पू.गुरूदेव आ. भ. जिनरत्नसागरसूरिश्वरजी म.सा. के सानिध्य में मैंने यह तप पूर्ण कर मोक्षमाला पहनी, यह तप करने के बाद तो संसार पूरी तरह से निरस लगने लगा। मन में केश लुंचन का भाव था और मैंने प.पू.गुरूदेव गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद्विजय श्री ऋषभचंद्र सूरिश्वरजी म.सा. के सानिध्य में केश लुंचन करवाया। मेरा मन अब संसार में लग ही नहीं रहा है क्या करू सिर्फ और सिर्फ गुरूभगवंतों के सानिध्य में ही रहना चाहता हूँ। तप के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए मेरे भाव गुणरत्नसंवत्सर तप या बिना पारणा किये सतत वर्धमान तप करने को दृढ़संकल्पित है और मुझे यह कैसे भी करना ही है और यही प्रार्थना मेरे दादा से है कि मुझे संयम जीवन मिले या तप और त्याग के इस मार्ग पर चलते हुए मेरी आत्मा को मुक्ति मिले । नीतेश बोहरा
@sonisangitabenrajeshkumars8159
6 жыл бұрын
Hu pan tharad ni 6u
@NoOne-js2om
7 жыл бұрын
संयाश के बाद का जीवन कैसा होता है बताओ
@jaivilshahcreativity
7 жыл бұрын
Arti Satish Dubey ये बहोत ही लंबा topic है.........
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