नमस्कार दोस्तों दोस्तों आज हम एक और अद्भुत कहानी आपके लिए लेकर आए हैं दोस्तों आज हम अपनी इस वीडियो से जानेंगे कि राम के पुत्र कुश थे या नहीं वैसे तो रामायण में दिखाया गया है और हम सभी राम के दो पुत्र समझते हैं जिनका नाम लव और कुश है मगर असल में यह राम के केवल एक ही पुत्र थे इनके दो होने के पीछे का क्या राज है आज की इस वीडियो में हम जानेंगे तो दोस्तों वीडियो में आगे बढ़ने से पहले अगर आप हमारे चैनल पर पहली बार आए है तो प्लीज हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर लेना अब हम चलते हैं अपनी वीडियो की ओर कुश भगवान श्रीराम का पुत्र नहीं था। परंतु वह लव का क्लोन था एक समय की बात है की जब वनवास के बाद सीता माता राजमहल में रहने लगी पश्चात वह गर्भवती हुई जब पूरे राज्य में खबर फैली कि श्री राम पिता बनने वाले हैं तो हर घर में कुछ अलग ही शंकाएं होने लगी और विवाद होने लगे पश्चात सीता जी ने राज्य में इस तरह का स्थिति सुनते हुए वहां से जाना उचित समझा उस जगह को त्यागना जहां उनका अपमान हो रहा हो उस जगह नहीं रहना चाहती थी। और वह वाल्मीकि जी के आश्रम में पहुंच गई ।वाल्मीकि के आश्रम में पहुंचकर उन्होंने बहुत प्रयत्न से अपने कष्टों को भुलाया ।
और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए वाल्मीकि जी जो उनके पिता के समान उन्होंने अपनी बेटी के समान उन्हें आश्रय दिया ।कुछ समय बाद जब लव का जन्म हुआ सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। 1 दिन सीता जी स्नान के लिए जाने के लिए हुई तभी वाल्मीकि ऋषि कुछ कार्य में व्यस्त थे सीता जी ने कहा ! स्नान के लिए जा रही हूं आप लव का ध्यान रखिएगा ।कीसी कार्य में व्यस्त होने की वजह से उन्होंने बस सिर हिलाया परंतु उसकी तरफ देखा नहीं। सीता जी को लगा कि लव के ऊपर ध्यान नहीं दे रहे ।उन्होंने सोचा कि इसे मैं साथ ही ले जाती हूं ।और जब ऋषि वर ने देखा कि लव नहीं है तब वह समझ गए कि कहीं ऐसा ना हो कि यह जंगल में चला गया उन्होंने तलाशा पर मिला नहीं तब वहीं पर जिस कुशा पर लव को कुशा के आसन पर बिठाया हुआ था ,वहां से उन्होंने उस कुश को उठाया और एक दूसरा लव मंत्रों के द्वारा तैयार कर दिया ।अब यहां यदि हम देखते हैं कि पहला क्लोन शिशु रामायण काल में हो चुका था ऋषि ने कुशा पर DNAरहे होंगे और उसी से उन्होंने बच्चे का क्लोन निर्मित कर lदिया सीता माता जब लौटकर आई तो देखा उनकी गोद में तो पहले से ही लव है ।तब ऋषि बोले यह बच्चा मुझे जंगल से प्राप्त हुआ और सीता माता को कहा :- बच्चे को तुम अपना ही समझ कर पालन पोषण करो ।दोनों बच्चों को एक समान लालन पोषण होने लगा, यही कुश के जन्म की कहानी है ।
कुश एक प्रकार की घास होती है जो पवित्र घास मानी जाती है पूजा पाठ में इसका इस्तेमाल किया जाता है और कुश से जन्म होने की वजह से उस बच्चे का नाम कुश रखा गया।
Негізгі бет कुश किसके पुत्र थे
Пікірлер