सारथी सेवा समूह तक आये हो,
लाइक कमेंट और सब्स्क्राइब के माध्यम से अपना समर्थन ज़रूर दें ||
सारथी सेवा समूह की कई "अनोखी सीरीज" देखे बिना खुद को धर्म का सच्चा सारथी मत कहियेगा।
हमारे फेसबुक, यूट्यूब चैनल पर आप पाएंगे :
• स्वतंत्रता संग्राम में जैनों का योगदान
• कौन बनेगा संस्कारभूषण
• वाक्युद्ध
• मूकमाटी, स्वयंभू स्तोत्र आदि विशेष प्रवचन स्वाध्याय
• संस्मरण श्रृंखला - गुरु स्मरण संस्मरण
• कथा पारसनाथ की
• कौन बनेगा ज्ञान सारथी
• कुंडलपुर महोत्सव की झलकियां
• केन्द्रीय जेल सागर के धार्मिक कार्यक्रम
• बुन्देली धार्मिक कविताएँ
#महाकाव्य "मूकमाटी" स्वाध्याय || मुनिश्री 108 कुंथुसागर जी मुनिराज
kzitem.info....
#स्वंतत्रता संग्राम मे जैनों का योगदान || ऐलक श्री १०५ सिद्धांत सागर जी
www.youtube.co....
#गुरु स्मरण संस्मरण || मुनिश्री १०८ कुन्थुसागर जी मुनिराज
www.youtube.co....
#पार्श्वनाथ कथा || मुनि श्री 108 कुन्थुसागर जी
www.youtube.co....
#कौन बनेगा संस्कार भूषण - ऐलक श्री 105 सिद्धांत सागर जी मुनिराज
www.youtube.co....
#शिरपुर-पार्श्वनाथ-स्तोत्र - ऐलक श्री 105 सिद्धांत सागर जी मुनिराज
www.youtube.co....
#स्वयंभू स्तोत्र । ऐलक श्री 105 सिद्धांत सागर जी मुनिराज
www.youtube.co....
#पंचकल्याणक महोत्सव - चांदामेटा परासिया
www.youtube.co....
#वाक्युद्ध--ऐलक श्री 105 सिद्धांत सागर जी
www.youtube.co....
#स्वरुप सम्बोधन || || ऐलक श्री 105 सिद्धांत सागर जीi
www.youtube.co....
हमारे वीडियोज को सबसे पहले देखने के लिए चैनल सब्सक्राइब करें और हमारे फेसबुक पेज को भी लाइक करें ।
#आशीर्वाद:- संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज | सान्निध्य:- निर्यापक श्रमण श्री 108 सुधासागर जी महाराज, मुनि श्री 108 महासागर जी महाराज, मुनि श्री 108 निष्कम्प सागर जी महाराज, क्षुल्लक श्री 105 गम्भीरसागर जी, क्षुल्लक श्री 105 धैर्यसागर जी
................................. ................................. ................................ ...........
#इस वीडियो के सभी राइट्स सारथी सेवा समूह के पास है इसे कॉपी करने से पहले हमसे बात ज़रूर करें |
गुरुदेव के चरणों में कोटी कोटी नमन |
Fb: / saarthi-seva-samooh-11...
KZitem:
/ @saarthisevasamooh
Instagram:
instagram.com/...
स्वार्थी नहीं, सारथी बनें
Негізгі бет कुंडलपुर गौरव गाथा | आर्यिका श्री गुणमति माताजी द्वारा रचित | कर्रापुर पंचकल्याणक
Пікірлер: 2