आल्हा उदल को इन्होने देखा है |#alha udal akhada maihar#alhaudal#maihar masarda#alhaudal vlog
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🔺Up का महोबा जिला कभी बुंदेलखंड की राजधानी हुआ करता था। साल था 12वी शदी और बुंदेलखंड मे जन्म लिए दो महान वीर आल्हा उदल
इनके पिता का नाम दस्सराज तथा माता का नाम देवकी था। आल्हा एक ऐसे वीर योद्धा थे जिन्होंने कभी पराजय नहीं झेली साथ ही पृथ्वीराज चौहान जैसे महान और वीर को भी पराजित कर दिया और प्राणदान देकर उनकी जान बख्स दी। आल्हा ऊदल ने जीवनकाल में कुल 52 लड़ाईया लड़ी थी
🔺उदल की मौत कैसे हुई🔺
आल्हा-उदल महोबा के राजा परमाल के मंत्री थे. इतिहास में पता चलता है कि 1182ई. मे चंदेलो की ओर से लड़े पृथ्वीराज और दोनों भाई आल्हा ऊदल में बैरागढ़ मे अमना
सामना हुआ और बहुत भयानक युद्ध हुआ
लड़ाई में युद्ध करता हुआ उदल पृथ्वीराज के पास जा पहुंचा। लेकिन पीछे से पृथ्वीराज चौहान के सेनापति चामुंडा राय ने पीछे से वार कर दिया
और इस तरह वीरगति को प्राप्त हुए।
यह सुनकर उनका भाई आल्हा क्रोध से भर गया और बिजली की तरह पृथ्वीराज की सेना पर टूट पड़ा।
1 घंटे की युद्ध मे आल्हा ने पृथ्वीराज चौहान को घुटने पर ला दिया। आल्हा के गुरु गुरखनाथ के कहने पर पृथ्वीराज चौहान को जीवनदान दे दिया।
🔺आल्हा की मौत कैसे हुई🔺
पं० ललिता प्रसाद मिश्र ने अपने ग्रन्थ आल्हखण्ड की भूमिका में आल्हा को युधिष्ठिर और ऊदल को भीम का साक्षात अवतार बताते हुए लिखा है - "यह दोनों वीर अवतारी होने के कारण अतुल पराक्रमी थे।
पृथ्वीराज चौहान को युद्ध में हारना पड़ा था लेकिन इसके पश्चात आल्हा के मन में वैराग्य आ गया और उन्होंने संन्यास ले लिया था। कहते हैं कि इस युद्ध में उनका भाई वीरगति को प्राप्त हो गया था। गुरु गोरखनाथ के आदेश से आल्हा ने पृथ्वीराज को जीवनदान दे दिया था। पृथ्वीराज चौहान के साथ उनकी यह आखरी लड़ाई थी।
मान्यता है कि मां के परम भक्त आल्हा को मां शारदा का आशीर्वाद प्राप्त था, लिहाजा पृथ्वीराज चौहान की सेना को पीछे हटना पड़ा था। मां के आदेशानुसार आल्हा ने अपनी साग (हथियार) शारदा मंदिर पर चढ़ाकर नोक टेढ़ी कर दी थी जिसे आज तक कोई सीधा नहीं कर पाया है। मंदिर परिसर में ही तमाम ऐतिहासिक महत्व के अवशेष अभी भी आल्हा व पृथ्वीराज चौहान की जंग की गवाही देते हैं।
सबसे पहले आल्हा करते हैं माता की आरती : मान्यता है कि मां ने आल्हा को उनकी भक्ति और वीरता से प्रसन्न होकर अमर होने का वरदान दिया
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