सत्य वचन भगवान जी, हम पुनः पुनः शरीर भाव में ही शरीर हो कर दुःखी सुखी हो जाते हैं। ये तो आपके संग सत्संग मात्र से कुछ काल समय के लिए आत्म भाव में आते हैं। आपसे दूर होते ही देह होकर दारुन दुःख में फस जाते हैं। कैसे हो कि सदैव आप के संग में, आप की शरण मे सदा सदा के लिए रह पाएं। जिस लोक में आप स्थित हैं उसी स्थिति को हम पा जाएं। आप में आप हो जाएं। मेरे सद्गुरु मेरे प्रियतम मुझे अपने में समा लो जी। जगत की मोह माया से हमे मुक्ति दिला दो जी।🙏🙏🙏🙏
@pujagupta6
3 жыл бұрын
❤️
@pujagupta6
3 жыл бұрын
💐🙏👍
@hariom3622
3 жыл бұрын
HARI OM guru JI
@indirathakkar6015
3 жыл бұрын
Nice bhajan. Hari Om Didi.
@neetalalchandani4400
3 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@pujagupta6
3 жыл бұрын
Shukriya 🙏 please send more bhajan of Geeta bhagvan
Пікірлер: 8