नरेंद्र सिंह नेगी जी का एक गीत जो समाज को आइना दिखा कर एक सामूहिक वेदना को प्रकट करता है। खुद नाम की एलबम में 90 के दशक में उनका ये गीत बहुत पसंद किया जाता है।
Негізгі бет मूल गीत गढ़ कवि, लोकगायक श्रीयुत नरेंद्र सिंह नेगी। कवर्ड- डॉ. राकेश भट्ट
नरेंद्र सिंह नेगी जी का एक गीत जो समाज को आइना दिखा कर एक सामूहिक वेदना को प्रकट करता है। खुद नाम की एलबम में 90 के दशक में उनका ये गीत बहुत पसंद किया जाता है।
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