न आनेवाला, न जाने वाला, न चिंतन करने वाला, में तो मात्र जानने वाला अद्भुत आनंद मय प्रवचन🙏🙏
@reenajain6006
3 күн бұрын
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
@narendrajain3164
3 күн бұрын
आदरणीय पण्डित जी साहब सादर जय जिनैंद्र 🙏🙏🙏
@NilamKothari-v6u
3 күн бұрын
Jay jinendre Dolly kothari dahod namaste
@mahendrasiroya7241
3 күн бұрын
सविनय सादर जयजिनेंद्र, सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
@ravijain3778
3 күн бұрын
Jay jinendra nagda junction
@ethikajain1987
3 күн бұрын
Jai jinendra Aadarniye Pandit ji 🙏🙏🙏🙏
@SureshJain-fo9pw
2 күн бұрын
Boht sundar
@SagunChandJain
3 күн бұрын
साधना जैन,,, गुरुजी आपने गजब गजब की बात कही ❤❤ मिथ्या दृष्टि के अंदर chalta कुछ है,,, बोलना कुछ है,,, और मान्यता कुछ और है,,,, यह मिथ्यत्व का सबसे बड़ा लक्षण है,,,, गजब की बात कही❤❤ हमने अपनी स्थिति के अनुसार संतोष धारण कर लिया है,,, जैसे कि अंगूर नहीं मिले तो कहते हैं खट्टे हैं,,,,😂 हमें वास्तव में अंदर से संतोष नहीं है,,,, इसी का नाम मिथ्यत्वहै,,, और भी गजब की बात बताई❤❤ हमें कोई मिथ्या दृष्टि कह दे तो बुरा नहीं लगता,,, क्योंकि हमें मिथ्या दृष्टि रहने में कोई तकलीफ नहीं है,,, यदि हमें कोई पापी कहे तो बहुत बुरा लगता है,,,, क्योंकि हमको यह खबर ही नहीं है कि पापी का पर्यायवाची मिथ्या दृष्टिहै 🙏🙏🙏
@pallavishah4691
3 күн бұрын
👌🙏🙏🙏
@artipatni5156
3 күн бұрын
ज्ञायक का चश्मे से पर्याय की रील साफ साफ दिखेगी। शर्त है कि हम ज्ञायक ही बने रहे। इसी कला से कर्म बंधन से बचा जा सकता है।🙏 बहुत बहुत आभार🙏
@BaljitSingh084
3 күн бұрын
Sardar Baljit Singh Punjab
@sangeetajain-r2w
3 күн бұрын
Jis din aap ke jaisi drishti hogi mithyatve ki roots dikhne lagengi.
@sandeepbhandari8433
3 күн бұрын
भूल यही है,श्रध्दा का पाप ही नहीं दिखता चरित्र का पाप दिखता है🙏
@sandeepbhandari8433
3 күн бұрын
आत्मा कल्याण के प्रवचन परम सत्य होते है आत्मा में लेजाने के लिए होते हैं🙏🙏
@prakashhekkad2310
19 сағат бұрын
Mumbai - JAI JINANDRA🙏🙏🙏
@sandeepbhandari8433
3 күн бұрын
क्षयिक भाव भी भिन्न दीखे तो परम पारीनामिक भाव प्रकट होता है🙏🙏🙏
@sandeepbhandari8433
3 күн бұрын
मौन वंदना🙏🙏🙏
@vijayashah8856
3 күн бұрын
Jai jinendra dahod
@nileshjain7629
2 күн бұрын
यहां कुछ ज्ञानी मुनियों को दोष देते रहते हैं और अपने नियम और व्रत और श्रद्धा का कैसे निर्वाह किया जाए उसका ध्यान नहीं रख पाते इस बारे में आपके विचार जरूर लिखिए
@nileshjain7629
2 күн бұрын
मुनियों को दोष देने के सिवा आम आदमी अपने कितने नियम बताए थे निभाता है उसे बारे में प्रवचन में बोलना चाहिए आप लोगों को
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