श्री श्री सीताराम जी🙏 जय हो जय हो श्री श्री सीताराम जी🙏
@venaramsencha2211
3 күн бұрын
ram ram sa
@pemaramprajapath9990
8 ай бұрын
बोहत ही सुंदर 🙏🏻🙏🏻
@ManojKumar-l6p7r
18 күн бұрын
में राजस्थान से हु। आपकी बहुत अच्छी वाणी है ❤❤❤❤
@venaramsencha2211
17 күн бұрын
Thank you bhai
@venaramsencha2211
3 күн бұрын
ram ram sa sojat road se
@SutharBahailalLal
16 күн бұрын
जय हो गुरु देव महाराज आपकी वाणी तो बहुत अच्छी है भजन राजस्थानी बहुत अच्छा लगा कोनसे गाँव मे सत्संग सल रही है बहुत बहुत धन्यवाद
@venaramsencha2211
13 күн бұрын
थैंक यू सा
@venaramsencha2211
3 күн бұрын
hydrabad
@rajkumarrajpurohit2289
Жыл бұрын
Jai aburaj ri sa hre hre
@rajkumarrajpurohit2289
Жыл бұрын
👌🙏
@premroshan2599
Жыл бұрын
Bahut bahut Sundar bhajan sa,🙏🙏🙏
@bhavarlalchoudhary5364
10 ай бұрын
बोथ अशा भजन गाते है आप
@ponidevi9687
4 ай бұрын
JAI RAM JI RI
@KankuDasana
6 ай бұрын
❤❤
@venaramsencha2211
Жыл бұрын
thenkacxxxx sa to oll
@manoharsinghraj1431
11 ай бұрын
माटी केडो मटको घड़ियो रे कुम्हार, घड़ियो रे कुम्हार, काया तो थारी काचीरे घड़ी ॥ भूलो मति गेला रे गंवार, गेला रे गंवार, आयोडो अवसर चूको रे मति । नौ-नौ महिना रयो गरभ रे माँय, उंधे माथे झूले रे रयो । कौल वचन I किया हरी सूं आप बाहर आकर भूल रे गयो । माटी केडो मटको । ....... नख - शिख रातो करिया रे बणाव, सूरत सोहेबे चोखी रे घड़ी । अनों - धनों रा भरिया रे भण्डार, ऊमर साहेबे ओछी रे लिखी ॥ माटी केडो मटको ।....... बांधी म्हारे सायबे दया धरम री पाळ, जिण में लागी इन्दर झड़ी । अरट बेवे वठे बारहों ही मास, इन्दर वाली एक ही झड़ी । माटी केडो मटको । ....... हरी रा बन्दा सायब ने चितार, आयो अवसर भूलो रे मती । बोल्या खाती बगसो जी घर नार, संगत साँची साधां री भली ॥ माटी केडो मटको ।.......
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