जल्दी से मोदी जी को काम का मुद्दा दीजिए वर्ना पूरा चुनाव मुस्लिम लीग और मछली पर निकाल देंगे। क्या ये चुनाव भी इसी तरह की हवाबाज़ी में निकल जाएगा? कब तक आस्थाएं आहत होती रहेंगी, सब्ज़ी महंगी हो गई, मछली महंगी हो गई, इससे आस्था आहत नहीं होती है। एक ही तरीका है, जो फार्मूला है उसी को आज़माया जाए। 2024 के चुनाव को आस्था के सवाल पर लाया जाए, धर्म के सवाल पर लाया जाए। हम अपने कई वीडियो में कह चुके हैं, प्रधानमंत्री मोदी मुसलमान, मुस्लिम लीग, मांस मछली, त्योहार, रामनवमी, राम के बिना एक भाषण पूरा नहीं कर सकते हैं। क्योंकि तब उन्हें अपने भाषण में जोश भरने के लिए बताना होगा कि हमने इस ज़िले के इतने युवाओं को नौकरी दी, इस ज़िले के इतने युवाओ को जीवन बदल दिया। और इस पर वो बात करेंगे नहीं।
Join this channel to get access to perks:
/ @ravishkumar.official
Disclaimer: The owners reserve the right to any corrections that may be needed to be made to the translated subtitles. Please write to us in the comments in case of any errors.
Негізгі бет मछली, मुस्लिम लीग और मोदी | Machhli, Muslim League and Modi
Пікірлер: 11 М.