महिला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रानी लक्ष्मीबाई शाखा ने स्थापित किया सिलाई केंद्र एवं मैचिंग सेंटर-
नई राह चुनकर स्वावलंबन को गति दे रही नारी शक्ति-
कोटा। भारत विकास परिषद रानी लक्ष्मीबाई शाखा कोटा नारी उत्थान के लिए नये नये आयामों को स्थापित कर रही हैं।
शाखा मुख्य संरक्षिका सारिका मित्तल ने बताया की शाखा की ओर से एक शाखा एक बस्ती प्रांतीय प्रकल्प के तहत केशवपुरा बस्ती को गोद लिया हुआ हैं, जिसके तहत वहाँ रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य काम किया जा रहा है। बस्ती की ज़रूरतमंद महिला दिव्या गोस्वामी को स्वावलम्बी बनाने का प्रयास उनको सिलाई केन्द्र व मैंचिग सेंटर खुलवाकर किया गया है। केंद्र लक्ष्मी सिलाई केन्द्र व मैंचिग सेंटर के नाम से खोला गया हैं, वहाँ ब्लाउज़, पेटिकोट, फॉल पीकू के साथ साथ अन्य कपडो की सिलाई की जायेगी और इस सिलाई केन्द्र में अन्य बालिकाएँ सिलाई सिखेंगी जिससे वह भविष्य में आजीविका कमाने योग्य बन सकेंगी।अभी प्रारंभिक रूप में तीन सिलाई मशीनों से यह केन्द्र खुलवाया गया है, धीरे धीरे गति मिलते ही इसका विस्तार किया जायेगा।मैचिंग सेंटर पर रेडिमेड ब्लाउज ,पेटीकोट, साड़ी फॉल ,अस्तर के कपड़े आदि मैचिंग के सामान भी उचित दाम पर उपलब्ध रहेंगे।शाखा अध्यक्ष अमिता मित्तल ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत विकास परिषद के प्रान्तीय महासचिव हिमांशु चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय प्रोजेक्ट सदस्य महिला सहभागिता अनीता जैन, एक शाखा एक बस्ती प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी सोनल गोयल एवं प्रान्तीय समूहगान प्रकल्प प्रभारी उमा पालीवाल रही।कार्यक्रम का संचालन शाखा सचिव स्नेह गुप्ता द्वारा किया गया। संतोष गुप्ता, रोहिणी शर्मा, सोनल पुरोहित, साधना अग्रवाल, रीता गुप्ता, रानी गर्ग, सुषमा गर्ग, प्रीति अग्रवाल, रेखा गोयल आदि शाखा सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
Негізгі бет महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास
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