☸️मालवी मटकी लोकनृत्य- रईवर आविया...☸️
यह पारंपरिक मालवी लोक नृत्य है, जिसमें घर में अतिथि के आगमन पर उसके स्वागत पर किया जाता है ।घर- आंगन को चोक पूर कर, फूलों से, बंदनवार आदि के द्वारा सज्जित किया जाता है ।घर की महिलाएं और सब सखियां मिलकर मालवी ढोल की सुप्रसिद्ध थाप, मटकी पर नृत्य करती हैं और अतिथियों का स्वागत करती हैं।
इस नृत्य में घर की महिलाएं बारात का स्वागत कर रही हैं ।दूल्हा आकर तोरण मारता है और ब्राह्मण आकर दूल्हा- दुल्हन का गठजोड़ करके फेरे दिलवात है ।यह नृत्य मालवा में किए जाने- वाले आतिथ्य की शानदार परंपरा को प्रतिनिधि रूप में प्रस्तुत करता है।
कलाकारों के नाम-
नृत्य दल -
जान्ह्वी तेलंग, मेघावी शर्मा ,ईशा व्यास ,जयवी व्यास, रवीना परमार ,सुहानी राजपूत कशिश मलिक ,साक्षी चांद्रायण ,मिनी सुखनानी ,नयना सिंह ,पहल उपाध्याय, अनुष्का सोलंकी, आकांक्षा सोनी,अपूर्व चौहान ,लकी सिंह
संगीत दल
गायन एवं हारमोनियम- श्री अजय गांगोलिया
गायन- श्रीमती उज्जवला दुबे
ढोलक- श्री विजय गांगोलियां
नगाड़ा -श्री दुर्गा शंकर सूर्यवंशी
गायन एवं मंजीरे-डॉ पल्लवी किशन नृत्य निर्देशन एवं परिकल्पना -डॉ पल्लवी किशन
गीतकार- श्री सिद्धेश्वर सेन
विशेष आभार- श्रीमती कृष्णा वर्मा प्रस्तुति- प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन
Негізгі бет Malvi Matki Loknritya | Raivar Aaviya
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