Read more Rajput History articles on our website: - www.rajputmystery.com 🙏
@daxathakor1172
3 жыл бұрын
Thank for information
@harikrishnap4687
3 жыл бұрын
Hi ,rajput friends , I am from kerala, For your information There was a small rajput kingdom in kerala,in kottayam district known as Meenachil KARTHAS, established around 1500s, they gradually assimilated to NAIR(Military caste of Kerala),but they protected their orginal ancestry,by not adding surnames of NAIRS,i.e, royal families of Kerala use NAIR,VARMA ,THAMPI,MENON,RAJA etc as their Surnames,but these Meenachil KARTHAS Use SIMHAR(singh in malayalam) as their title, Veera kerala Damodara Simhar was a famous ruler from this dynasty, still 3 families of this people live in kottayam district. This meenachil were patrilenial like rajputs,but all other kingdoms in kerala were matrilenial like nairs Their kuldevatha were Bhavaani devi, and, all other nair kingdoms were Bhadra kali devi,. They named their capital as MEVAD in the memory of MEWAR ,from where they came,still this place and family homes are there in meenachil thaluk of kottayam district in kerala Another information, Modern History of Travancore kingdom in kerala starts with a fight between Rajputs and Nairs for throne of Venad Swaroopam(Swaroopam means NAIR Feudal kingdom), Which later became the starting of modern history of kerala With regards, हरिकृष्णन नायर, क्षीरसागर मठ, कैलिकट्ट, केरल
@Goldberg697
3 жыл бұрын
Bhai ram ram ap मैढ़ क्षत्रिय k bare mai bhi batye verma varma burman verman Raju's Nair's yeh sab ek hai ehn ki v bnye kabhi video Jai Ram Ji Ki
@सनातनसमीक्षा
3 жыл бұрын
वंशावली लेकर आऔ चंद्र वंशीय राजपूत की
@bhakt1649
2 жыл бұрын
Lol Abe jaahil 😂😂 Rishi-Muni hi to brahman/pandit hai.. Pata nahi hai to bak bak kyun karta hai apne man se kuch bhi.. Jo man me aaya hag diya tu😂 bol raha ki varna nahi tha pahle haha Varna vyavastha bahut pahle se Hai Note : Rishi-Muni-Sant-Sadhu etc these are different titles & category of Brahman/Pandit 1 question👇 Yadi Varna system nahi tha to 'Kshatriya' bhi nahi hona chahiye us time right? Lekin idhar to Kshatriya(Ram,Arjun,Pandav etc) log jaa rahe the rishi-muni(brahman) se vidya lene
@देवीसिहसिसोदिया-ठ7ङ
4 жыл бұрын
राजपूत एकता जिन्दाबाद ⛳🌞🌙🐚।
@mrjack2394
2 жыл бұрын
सैथवार हु भाई में किस जाति में आता हूं राजपू हु में या फिर कुछ और
@Thakur_suraj_singh_suryvanshi
9 ай бұрын
@@mrjack2394भ्राता श्री सैंथवार कोई जाति नही है ये क्षत्रियों का समूह है आप अपने घर में अपना गोत्र शाखा पूछो
@kesharikishoresingh6689
4 жыл бұрын
क्षत्रियों/ राजपूतो को अब समय को महत्तव देते हुए दहेज प्रथा रूपी कुप़था को समाप्त करने हेतु आगे आना होगा तथा क्षेत्र वाद के बर्चस्व को त्याग करके अपने को एकजुट करने मे आगे आना समय कि पुकार हैं ।
@kesharkhadkapunwar2029
4 жыл бұрын
बन्ना श्री सुरेन्द्र जी, हार्दिक धन्यवाद ! सुस्वास्थ्य एब्म दीर्घायुके शुभकामना ! जय नेपाल !!!
@veer683
5 жыл бұрын
क्षत्रियो/राजपूतों में छोटे , बड़े की भावना समाप्त हो, क्षेत्रवाद की भावना समाप्त हो, दहेज लेना और देना समाप्त हो।
@Z11-c3f
3 жыл бұрын
Rajputo m chote bade ki koi bhawna nhi h , humare yha dahej nhi liya jata .
@arjunrajput4899
4 жыл бұрын
जानकारी देते रहिये ।हमको अपने इतिहास के बारे मे जानकारी होनी चाहिए ।जै भवानी।
@hariomrajput1007
4 жыл бұрын
जय श्रीराम सबको ओर सब जागजाओ सब राजपूत आगे आओ आपसी भेदभाव मिटाओ भारत देश के लिए आगे आओ समाज सेवा के लिए अपने अपने एरिया में जाओ सबके घर घर जाओ सबको समझाओ सब जाति एक होजाओ एक अभियान चलाओ जातिवाद मिटाओ सब भारतीय एक होजाओ सत्य सनातन धर्म अपनाओ सुख शांति पाओ भारत देश बचाओ
@humdohnaredo
2 жыл бұрын
Appe pehle rajput likhana band karo... Tabhi to jati hategi.. Or surwat hogi
@RajbirSingh-gt8fr
2 жыл бұрын
Har Har.MAHADEV, JAY RAJPUTANA, JAY HINDU,
@animalsandbirdslovertukara2058
Жыл бұрын
मै शिंदे। सूर्यवंशी वैस राजपूत, यजुर्वेद । मै मराठा पर असल में हमारे वंशज राजपूत है 🙏🏼🙏🏼🙏🏼😘😘।। जय राजपूतना जय हिन्द जय महाराणा प्रताप सिंह जय शिवराय जय महाराष्ट्र
@s.jevana2740
4 жыл бұрын
Very good surendar s shaikhwat rajput misery iam b s Chundawat from udaipur very much for your hobby make rajputana jai bhawani
@viplovehada3995
3 жыл бұрын
Apne apne vanso ki jankari har ek kashtriya (rajputo) ko hona chiye The great rajputana
@Goldberg697
3 жыл бұрын
Hm Mair Rajput hai जोहिया राजपूतों से निकले है ajmedha 28 v pidhi chanderwanshi
@animalsandbirdslovertukara2058
Жыл бұрын
जय राजपुताना जय हिन्द जय महाराणा प्रताप सिंह जय शिवराय जय महाराष्ट्र । मेरे वंशज सूर्यवंशी bais राजपूत 😘😘🙏🏼🙏🏼
@SKANDAGUPTAvikram
Жыл бұрын
Kya baat bhaisa Jai bhavani
@flower-fairy185
4 жыл бұрын
Deep knowledge about Rajputs. Very nice
@harikrishnap4687
3 жыл бұрын
Hi ,rajput friends , I am from kerala, For your information There was a small rajput kingdom in kerala,in kottayam district known as Meenachil KARTHAS, established around 1500s, they gradually assimilated to NAIR(Military caste of Kerala),but they protected their orginal ancestry,by not adding surnames of NAIRS,i.e, royal families of Kerala use NAIR,VARMA ,THAMPI,MENON,RAJA etc as their Surnames,but these Meenachil KARTHAS Use SIMHAR(singh in malayalam) as their title, Veera kerala Damodara Simhar was a famous ruler from this dynasty, still 3 families of this people live in kottayam district. This meenachil were patrilenial like rajputs,but all other kingdoms in kerala were matrilenial like nairs Their kuldevatha were Bhavaani devi, and, all other nair kingdoms were Bhadra kali devi,. They named their capital as MEVAD in the memory of MEWAR ,from where they came,still this place and family homes are there in meenachil thaluk of kottayam district in kerala Another information, Modern History of Travancore kingdom in kerala starts with a fight between Rajputs and Nairs for throne of Venad Swaroopam(Swaroopam means NAIR Feudal kingdom), Which later became the starting of modern history of kerala With regards, हरिकृष्णन नायर, क्षीरसागर मठ, कैलिकट्ट, केरल
@Goldberg697
3 жыл бұрын
Right verma varma burman verman ek hi surname hai
@Goldberg697
3 жыл бұрын
Verma varma burman verman Raju's Nair's these ar Mair Rajput
@harikrishnap4687
3 жыл бұрын
@@Goldberg697 bhai sahi he, Caste ka naam he NAIR, वो लोक Surname वर्मा,नायर,मेनन, राजा,अडियोड़ी, कैमल, कर्ता,तमपुरान आदि use करते है। please see नायर हिंदी विकिपीडिया
@omprakashverma9075
3 жыл бұрын
Very. Nice and importent for those Who are left from origional chhatriya. Kom joki Rajputon ne rakha.
@harshayparashar9205
5 жыл бұрын
Atri (Sanskrit: अत्रि अत्री एक वैदिक ऋषि है, जो कि अग्नि, इंद्र और हिंदू धर्म के अन्य वैदिक देवताओं को बड़ी संख्या में भजन लिखने का श्रेय दिया जाता है। अत्री हिंदू परंपरा में सप्तर्षि (सात महान वैदिक ऋषियों) में से एक है, और सबसे अधिक ऋग्वेद में इसका उल्लेख है।ब्रह्मा के मानसपुत्र अत्रि ने ऋषि कर्दम की पुत्री अनुसूया से विवाह किया था। अनुसूया की माता का नाम देवहूति था। अत्रि-दंपति की तपस्या और त्रिदेवों की प्रसन्नता के फलस्वरूप विष्णु के अंश से महायोगी दत्तात्रेय, ब्रह्मा के अंश से चन्द्रमा तथा शंकर के अंश से महामुनि दुर्वासा, महर्षि अत्रि एवं देवी अनुसूया के पुत्र रूप में आविर्भूत हुए। इनके ब्रह्मवादिनी नाम की कन्या भी थी। अत्रि पुत्र चन्द्रमा ने बृहस्पति की पत्नी तारा से संसर्ग किया जिससे उसे बुध नाम का पुत्र उत्पन्न हुआ, जो बाद में क्षत्रियों के चंद्रवंश का प्रवर्तक हुआ। इस वंश के राजा खुद को चंद्रवंशी कहते थे। चूंकि चंद्र अत्रि ऋषि की संतान थे इसलिए चंद्रवंशी आत्रेय भी हुए। ब्राह्मणों में एक उपनाम होता है आत्रेय अर्थात अत्रि से संबंधित या अत्रि की संतान। चंद्रवंश के प्रथम राजा का नाम भी सोम माना जाता है जिसका प्रयाग पर शासन था। अत्रि से चंद्रमा, चंद्रमा से बुध, बुध से पुरुरवा, पुरुरवा से आयु, आयु से नहुष, नहुष से यति, ययाति, संयाति, आयति, वियाति और कृति नामक छः महाबल-विक्रमशाली पुत्र हुए। नहुष के बड़े पुत्र यति थे, जो संन्यासी हो गए इसलिए उनके दुसरे पुत्र ययाति राजा हुए। ययाति के पुत्रों से ही समस्त वंश चले। ययाति के 5 पुत्र थे। देवयानी से यदु और तुर्वसु तथा शर्मिष्ठा से द्रुह्मु, अनु एवं पुरु हुए। यदु से यादव, तुर्वसु से यवन, द्रहुयु से भोज, अनु से मलेच्छ और पुरु से पौरव वंश की स्थापना हुई। इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। Learn more अत्रि हिंदुओं के एक महान ऋषि हैं। वनवास काल में श्रीराम तथा माता सीता ने अत्रि आश्रम का भ्रमण किया था। इनकी पत्नी अनसूया ने सीता को पतिव्रता धर्म का उपदेश दिया। अत्रि परंपरा के तीर्थ स्थलों में चित्रकूट, रामेश्वरम, मीनाक्षी अम्मन, तिरुपति बालाजी और हिंगलाज माता मंदिर( वर्तमान में पाकिस्तान) आदि हैं। Stub icon यह हिन्दू पुराण-सम्बन्धी लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। (अत्री/अत्रि, अत्रे/अत्रस्य/आत्रेय।अत्रिष/दत्तात्रे) " हरियाणा, पंजाब, जम्मू & कश्मीर, हिमाचल, उत्तरांचल, देहली, उतर-प्रदेश,चंडीगढ़, पश्चिम-बंगाल, महाराष्ट्र,गुजरात, मध्य प्रदेश के भिंड एवं ग्वालियर जिलों, गोवा,राजस्थान,केरल,तमिल , कर्णाटक, उड़ीसा, श्री-लंका,नेपाल, मलेशिया आदि स्थान पर "अत्री गोत्र" बस्ते हैं। अत्री ऋषि के अनेक पुत्र हुये, इनमें से तीन बड़े पुत्रओ के नाम 1. सोम 2. दुर्वासा 3. दत्ताअत्रे, सभी ब्राह्मण पुत्र हैं, चंद्रमा ओर चन्द्रमा से सभी अत्री हम "चंद्रवंसी" हैं। ओर बहुत प्राचीन समय में हमारी एक शाखा ने क्षत्रिये कर्म अपना लिया। ओर वो शाखा क्षत्रिये अत्रियों की हुई, उतर-प्रदेश में ह वो शाखा जो "अत्रि शाखा क्षत्रिये ऋषि के पुत्र सोम से ये शाखा सोम-राजपूतो की हुई, इसमें राणा ओर तोमर राजपूत आते हैं जो हमारे अत्रि भाई है, ये गाजियाबाद में 64 गांव ओर गौतमबुद्ध नगर(नोयडा) में 84 गांव में हैं ऒर सोम(राणा) अत्रि शामली-बड़ोत में 24 गांव में हैं,महाभारत से पहले अत्रियों के एक ओर शाखा के "यदु" नामक हमारे बड़े ने एक राज्य की स्थापना कि ओर उससे "यदु" अत्री कुल शरू किया ओर इस कुल को मानने वाले यादव हुये।16वीं शाताब्दी में अत्रियों की एक शाखा जाट जाति में आ गई। और ये शाखा राजस्थान,उतरप्रदेश ओर हरियाणा में है।हरियाणा के फरिदाबाद के मोहना और 2गांव पलवल में है।ये शाखा ज्यादा नही है। अब भी ब्राह्मणों वाली शाखा सबसे बड़ी है ओर पुरे हिंदुस्तान के साथ सभी हिन्दू देशो में है। अत्रि ऋषि ने "अत्रि स्मृति लिखी । SC-ST ने भी अत्री गौत्र को ग्रहण किया अत्री गोत्र लिखने लगे। ये पंजाब और जम्मु & कश्मीर में पाए जाते है। गौड़-सारस्वत-द्रविड़-तमिल-मैथली, अय्यर-अयंगर, नंबूदरीपाद, मोहयाल-चितपावन-पंडा-बरागी-डकोत-भूमिहार(बिहार) हम सब ( हम सब भाई-भाई) 卐🚩ॐ🚩 वेद_उपनिषद_दर्शन_सारे, स्मृती_पुराण_इतिहास_हमारे ~~🚩ॐ🚩卐
@visthapitrajput5403
5 жыл бұрын
बिलकुल सहमत हूं भाई.... हम सब जिन जिन ऋषि मुनिओं की संतान है उन ऋषिओ को हम अपने गोत्र के नाम से जानते है.. मै गोत्र, प्रवर, शाखा की व्याख्या नहीं लिखुगा. क्यों की मै समझता हूं की आप... जानतें है.
@जयश्रीकृष्णा-ढ4ह
5 жыл бұрын
भाई आप ने बिलकुल सत्य और सटीक जानकारी दी है । अहीर जाट गुर्जर राजपूत सभी क्षत्रिय वर्ण में आते हैं।
@krishnayaduwanshi1728
3 жыл бұрын
@@जयश्रीकृष्णा-ढ4ह नहीं अहीर जाट गुज्जर से राजपुत है
@narenderkumar6964
3 жыл бұрын
Ghanta
@realtytvindia74
2 жыл бұрын
Surrender singh ji apka dhanyavaad jo aap rajput samaj liye kar rahe hain
@yuvrajsinhjadeja184
3 жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर 🙏🏻🌷🌹
@susilsolanki7405
5 жыл бұрын
यह जानकारी केवल राजपूत छात्रावास मे ही दे वे धन्यवाद
@narayansinghparihar5820
13 күн бұрын
जय मां भवानी राजपूताना अजर अमर रहे हैं और विरासतों को सुरक्षित सहेजकर रखा गया है जो धरातल पर विराजमान हैं
@satvirsinghranathakursatvi426
2 жыл бұрын
OM JAII SHERII HRIIOOM SHERII HRGRGRHRHRHRHRHRGHR MAHADEV GII KII PUJA SADAII HII JAII HOO
@sanjaysinghrajput7539
2 жыл бұрын
Jai shree ram jai Rajputana jai khatriya dharam yuge yuge
@manjusingh8191
4 жыл бұрын
Jai rajput plz mujhe ye bataye durgacha mehroliya ka kya kuldev or kuldevi koun hai kya ved hai
@jainarayan3096
5 жыл бұрын
गोपों (अहीरों) को देवीभागवतपुराण तथा महाभारत , हरिवंश पुराण आदि मे देवताओं का अवतार बताया गया है ; देखें 👇 ______________________________________ " अंशेन त्वं पृथिव्या वै , प्राप्य जन्म यदो:कुले । भार्याभ्याँश संयुतस्तत्र , गोपालत्वं करिष्यसि ।१४ अर्थात् अपने अंश से तुम पृथ्वी पर गोप बनकर यादव कुल में जन्म ले ! और अपनी भार्या के सहित अहीरों के रूप में गोपालन करेंगे।। वस्तुत आभीर और गोप शब्द परस्पर पर्याय वाची हैं l गर्ग संहिता अश्व मेध खण्ड अध्याय 60,41,में यदुवंशी गोपों ( अहीरों) की कथा सुनने और गायन करने से मनुष्यों के सब पाप नष्ट हो जाते हैं ; एेसा वर्णन है । गोप शूद्र नहीं अपितु स्वयं में क्षत्रिय ही हैं । जैसा की संस्कृति साहित्य का इतिहास 368 पर वर्णित है👇 अस्त्र हस्ताश़्च धन्वान: संग्रामे सर्वसम्मुखे । प्रारम्भे विजिता येन स: गोप क्षत्रिय उच्यते ।। यादव: श्रृणोति चरितं वै गोलोकारोहणं हरे : मुक्ति यदूनां गोपानं सर्व पापै: प्रमुच्यते ।102। अर्थात् जिसके हाथों में अस्त्र एवम् धनुष वाण हैं ---जो युद्ध को प्रारम्भिक काल में ही विजित कर लेते हैं वह गोप क्षत्रिय ही कहे जाते हैं । जो मनुष्य गोप अर्थात् आभीर (यादवों )के चरित्रों का श्रवण करता है । वह समग्र पाप-तापों से मुक्त हो जाता है ।। वल्लभाचार्य जी द्वारा स्थापित पुष्टिमार्गी संप्रदाय के अनुयायी भगवान कृष्ण के लिए ठाकुर जी संबोधन देते हैं। इसी सम्प्रदाय ने उन्हें कृष्ण जी को ठाकुर का प्रथम सम्बोधन दिया । यद्यपि किसी पुराण अथवा शास्त्र में ठक्कुर शब्द का प्रयोग कृष्ण के लिए कभी नहीं हुआ है। भ्रान्ति वश बेवजह राजपूत समुदाय के लोग कृष्ण को ठाकुर बिरादरी से सम्बद्ध कर रहे हैं । वल्लभाचार्य एक रूढि वादी ब्राह्मण थे । और राजपूतों के श्रद्धेय भी थे । परन्तु इस सम्बोधन के मूल में कालान्तरण में यह भावना प्रबल रही कि " कृष्ण को यादव सम्बोधन न देकर केवल आभीर (गोप) जन-जाति को हेय सिद्ध किया जा सके । इसलिए ठाकुर जी का सम्बोधन दिया जाने लगा । वस्तुत जादौन भीटी अथवा अन्य राज-पूत ---जो स्वयं को यदुवंशी क्षत्रिय कहते हैं । अपने आप को गोपों से सम्बद्ध नहीं करते हैं । परन्तु कृष्ण तो गोप ही थे । अब देखिए हरिवंश पुराण में वसुदेव तथा उनके पुत्र कृष्ण को गोप (आभीर) कहा! ________________________________________ गोपायनं य: कुरुते जगत: सर्वलौककम् । स कथं गां गतो देशे विष्णु: गोपत्वम् आगत ।।९। __________________________ (हरिवंश पुराण ) अर्थात् :- जो प्रभु विष्णु पृथ्वी के समस्त जीवों की रक्षा करने में समर्थ है l वही गोप (आभीर) के घर (अयन)में गोप बनकर आता है ।९। हरिवंश पुराण १९ वाँ अध्याय । तथा और भी देखें---यदु को गायों से सम्बद्ध होने के कारण ही यदुवंशी (यादवों) को गोप कहा गया है । ब्रह्म पुराण में वर्णन है कि 👇 " नन्द क्षत्रियो गोपालनाद् गोप : अर्थात् नन्द क्षत्रिय गोपलन करने ही गोप कहलाते हैं
@harshayparashar9205
5 жыл бұрын
मनुष्यमात्र को एक कुटुम्ब जब वेद ने कह दिया , फिर केवल गुण, कर्म व स्वभाव ही मुख्य निर्धारक होने चाहिए, अन्य सब गौण बातें होंगी | इसी कारण मनुष्य की कोई उपजाती भी नही हो सकती है | जलवायु आदि का प्रभाव तो अलग अलग रंगरूप देता है, इससे ही जीवन में विविधता आती है,| इनके कारण न तो कोई ऊँच् न नीँच ही कहला सकता है |जहाँ तक आपने पूर्व जन्म के कर्मानुसार फल की बात कही है ,तो फल तो सबको अपने कर्मानुसार ही मिलता है, पर यह मानना कि यह कर्मफल ऊँच अथवा नीच के रूप में मानव का पक्का विभाजन कर सकता है, ऐसा मानना मूर्खता ही होगी | वनों में रहने वालों को हम किस नाम से पुकारें यह हमारी समझ पर है , पर यदि हमारे राजनेताओं की घुमाओ फिराओ वाली नीतियों के कारण उनका कुछ नामकरण किया जाता है तो वह अनुचित है | नाम तो गुणानुसार जो समाज उचित समझता है अपना चुन सकता है
@yuvrajsinhjadeja184
3 жыл бұрын
जय श्री राम 🙏🏻❤️ जय भवानी 🙏🏻🌹🌷
@chudasamamahendrasinh9767
3 жыл бұрын
वेद पुराण और ब्रह्मचर्य
@yuvrajsinhjadeja184
3 жыл бұрын
जय राजपुताना 🙏🏻🚩
@arunsinghkushwaha654
3 жыл бұрын
बहुत सार्थक जानकारी
@aman1987dushyant
3 жыл бұрын
अपने बड़े छोटे भाइयों में यही कमी है की विदेशी लोगों ने कह दिया वो सही है l मेरे क्षत्रिय भाइयों विदेशी तो सदा से ही फुट डालते आएं ह। गोत्र का मतलब साफ़ साफ़ यह होता है की अपने पिता (बाप) कोण हैं (पापा जी) ताकि अपन भूल कर भी अपनी बहन से शादी न करले और इसका मतलब है की आप में उन्ही पिता का रक्त है और कुछ नहि। और आप बार बार ये कह रहे हो कोई किसी ब्राह्मण से कोई सम्बन्ध नहीं है ......श्रीमन .....बिलकुल है वैदिक कल से ही एक बाप की चार सगी औलाद एक ब्राह्मण बानी तो दूसरी क्षत्रिय तो दोने के पिता तो एक ही होंगे न मेरे प्यारे भाइयों ब्रह्मण घृणा करने की वास्तु नहीं है.... वो आपके भाई हैं ....विश्वास न हो तो पढ़ना शरू करो वेदों को, आप खुद क्यों नहीं पढ़ते???? पता नहीं यह समाज ब्राह्मणों से इतनी घृणा क्यों करता है? अब गलत सन्देश दिया गया है यहाँ कृपया अपने सही इतिहास को समझो , यदि मनुष्य के मजबूत हाथ (क्षत्रिय) अपने ही सर (ब्राह्मण) को फोड़ने लगे तो शरीर की मृत्यु निश्चित है !!!!!!
@pushkarkushwah7376
3 жыл бұрын
Mera Gotra Kashyap hai .. Kushwaha hu bihar se🙏 Mujhe kaunsa ved padhna chahiye.. Mujhe bataye jarur🙏
@harshayparashar9205
5 жыл бұрын
पंडित होना पुजारी होना अलग बात है गोत्र मूल रूप से ब्राह्मणों के उन सात वंशों से संबंधित होता है, जो अपनी उत्पत्ति सात ब्रह्म ऋषियों से मानते हैं। ये सात ऋषि निम्नलिखित थे- अत्रि भारद्वाज भृगु गौतम कश्यप वशिष्ठ विश्वामित्र वह ब्राह्मण थे क्योंकि वह ब्रह्म को जानते थे इसलिए ब्रहम ऋषि कहलाए की उत्पत्ति ब्रह्मा से हुई और ब्राह्मण कहलाए क्षत्रिय होना अलग बात है क्योंकि वह ब्राह्मण की उत्पति है क्षत्रिय होकर पालन करने के कारण ब्राह्मण क्षत्रिय कहलाए इसलिए आपसे गुजारिश है लोगों को बांटो मत सब एक हैं और सनातन धर्म से जुड़े गलत इंफॉर्मेशन मत दो नहीं पता है तो वीडियो मत बनाओश्री हरी विष्णु, ने कौमार सर्ग में चार ब्राह्मणों के रूप में अवतार ग्रहण किया, जो ब्रह्मा जीके प्रथम संतान थे। 'सनक, सनंदन, सनातन, और सनत्कुमार' इन चारों को सनकादि कुमार, सनकादि मुनि या सनकादि ऋषि के नाम से जाना जाता हैं, यह ब्रह्मा जी के प्रथम मानस पुत्र हैं।इन चारों ने बहुत कठिन अखंड ब्रह्मचर्य का पालन किया, इनकी आयु सर्वदा ही पाँच वर्ष की रहती हैं। पंडित ब्रह्म का ध्यान करने के कारण ब्राह्मण कहलाए इसलिए धर्म शास्त्र के अनुसार जो ब्राह्मण सत्य उचित कर्म करते हैं उनको धर्म के अनुसार गो ब्राह्मण की रक्षा करने का दायित्व सौंपा गयाब्राह्मण सनातन धर्म के नियमों का पालन करते हैं। जैसे वेदों का आज्ञापालन, यह विश्वास कि मोक्ष तथा अन्तिम सत्य की प्राप्ति के अनेक माध्यम हैं, यह कि ईश्वर एक है किन्तु उनके गुणगान तथा पूजन हेतु अनगिनत नाम तथा स्वरूप हैं जिनका कारण है हमारे अनुभव, संस्कॄति तथा भाषाओं में विविधताएं। ब्राह्मण सर्वेजनासुखिनो भवन्तु (सभी जन सुखी तथा समॄद्ध हों) एवं वसुधैव कुटुम्बकम (सारी वसुधा एक परिवार है) में विश्वास रखते हैं।
@kunwararvind354
5 жыл бұрын
यह सुधार करे आर्य जो वैदिक धर्म का पालन करते थे अपने यज्ञादि कर्मो को निर्विघ्न करने के लिये द्विभाजित हुआ जिससे ब्राह्मण और क्षत्रिय दो वर्णों मे बट गया ।
@subodhthakur8816
4 жыл бұрын
@@mithileshsingh6279 for the
@JagtarSinghRana475
4 жыл бұрын
Shandilya rishi ko kaise bhul gye wo bhi brahm rishi the bhagwan Krishna k kul guru b the
@digvijaysinhvaghela2291
3 ай бұрын
ऋषि से क्षत्रिय और क्षत्रिय से ब्राह्मण हुए
@pratapsinghsolanki4305
3 жыл бұрын
Very nice sir we like it thank you.
@yashbkanungo6357
Жыл бұрын
N pride of Rajasthan n India n heart touching hish highness houner n salute n heart touching
@nutritiondoctor
6 жыл бұрын
Sabhi Rajput bhaiyo se request h k apne Rajput bhai k channel Ko support kre aur subscribe zrur kre #voyagiquelifestylefitness
@rawalsingh1551
5 жыл бұрын
अंणगा भाटी
@vikassingh5751
4 жыл бұрын
Jai Mata Ahilyabai Holkar .. Jai Agnivanshi Gadariya 🔥 .. Jai Veer Kshatriya Gadariya Baghel 🔥 .. King Gadariya 🔥 .. Royal Gadariya Baghel Rajputana 🔥
@ajaysingh772
4 жыл бұрын
Agnivanshi gadhariye kese ho bhai
@harshayparashar9205
5 жыл бұрын
सनातन धर्म में गोत्र का बहुत महत्त्व है। "गोत्र" का शाब्दिक अर्थ तो बहुत व्यापक है। विद्वानों ने समय-समय पर इसकी यथोचित व्याख्या भी की है। "गो" अर्थात् इन्द्रियाँ, वहीं "त्र" से आशय है "रक्षा करना", अत: गोत्र का एक अर्थ "इन्द्रिय आघात से रक्षा करने वाले" भी होता है जिसका स्पष्ट संकेत "ऋषि" की ओर है। सामान्यत: "गोत्र" को ऋषि परम्परा से सम्बन्धित माना गया है। ब्राह्मणों के लिए तो "गोत्र" विशेषरूप से महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ब्राह्मण ऋषियों की सन्तान माने जाते हैं। अत: प्रत्येक ब्राह्मण का सम्बन्ध एक ऋषिकुल से होता है। क्योंकि उनका जीवन पर्यंत कर्म अपने पिता जैसा ही होता था प्राचीनकाल में चार ऋषियों के नाम से गोत्र परम्परा प्रारम्भ हुई। ये ऋषि हैं-अंगिरा,कश्यप,वशिष्ठ और भगु हैं। कुछ समय उपरान्त जमदग्नि, अत्रि, विश्वामित्र और अगस्त्य भी इसमें जुड़ गए। व्यावहारिक रूप में "गोत्र" से आशय पहचान से है। जो ब्राह्मणों के लिए उनके ऋषिकुल से होती है। कालान्तर में जब वर्ण व्यवस्था ने जाति-व्यवस्था का रूप ले लिया तब यह पहचान स्थान व कर्म के साथ भी सम्बन्धित हो गई। यही कारण है कि ब्राह्मणों के अतिरिक्त अन्य वर्गों के गोत्र अधिकांश उनके उद्गम स्थान या कर्मक्षेत्र से सम्बन्धित होते हैं। "गोत्र" के पीछे मुख्य भाव एकत्रीकरण का है किन्तु वर्तमान समय में आपसी प्रेम व सौहार्द की कमी के कारण गोत्र का महत्त्व भी धीरे-धीरे कम होकर केवल कर्मकाण्डी औपचारिकता तक ही सीमित रह गया है। बहुविवाह के कारण "कश्यप" गोत्र- ब्राह्मणों में जब किसी को अपने "गोत्र" का ज्ञान नहीं होता तब वह "कश्यप" गोत्र का उच्चारण करता है। ऐसा इसलिए होता क्योंकि कश्यप ऋषि के एकाधिक विवाह हुए थे और उनके अनेक पुत्र थे। अनेक पुत्र होने के कारण ही ऐसे ब्राह्मणों को जिन्हें अपने "गोत्र" का पता नहीं है "कश्यप" ऋषि के ऋषिकुल से सम्बन्धित मान लिया जाता है।
@kamlendrasinghchouhan1234
5 жыл бұрын
Hukam Bahut khoob please upload more video about all rajputs from India with their complete detail like utpati, thikaane, villages, clan, subclan etc.
@sanjaysinghrajput415
4 жыл бұрын
Jai maharana pratap jai rajputana jai ma bhawani
@bhomendrasinghrajputsolank5599
5 жыл бұрын
Jai rajputana
@dksvlogs6991
5 жыл бұрын
वैदिक युग में गुरुकुल परम्परा थी, अर्थात जो लोग भी जिसको अपना गुरु बनाते थे उसी से उनके गोत्र की पहचान होती थी और उस गुरुकुल में मात्र क्षत्रिय ही नहीं जो अध्ययन करता था उसका गोत्र वही होता था। जैसे एक ही गोत्र के ब्राम्हण और राजपूत इत्यादि भी पाये जाते हैं, जैसे दीक्षित ब्राम्हण और क्षत्रिय दोनों में मिलते हैं इत्यादि
@humdohnaredo
2 жыл бұрын
Bhai khudai mai koi gurukul mila hai kya...
@babarbabar1060
2 жыл бұрын
भाई.खागर.राजपुतो.के.बारे.मे.बाताओ
@trilokisingh2484
3 жыл бұрын
Bahut bahut dhanyabad bahut jankari mili Ek jankari aur de South Ke Pradesho Tatha Punjab Orrisa Bengal Mahrastra Gujarat Goa Aadi pradesho me Rajputo ka kaun Title hai kripaya bataye adhikansh log nahi jante
@Yadavsarkaroffical
3 жыл бұрын
चंद्रवंशी क्षत्रिय यादव राजधानी विदर्भ महिष्मति चंदेरी मथुरा बटेश्वर काशी उज्जैन नाशिक द्वारका मथुरा के यादव 100 नामों जाने जाते सब द्वारका गए थे
@usmanmani2618
3 жыл бұрын
👑🐎 doger jatt minshas juliar arain gujjar 👑🐎 jadoon Pathan mughal Pathan punnu Pathan khilji khan Afridi khan lodhi khan yousafzai 👑🐎 syed Hashmi Qureshi kazmi awan alwi malik naqwi shah Bukhare Rizwi Siddiqui gerdezi shah zaidi 👑🐎 ShAikh 👑🐎 mughals 👑🐎 Taj shahi 👑🐎 syed USMAN khan rajpoot 👑🐎
@Rajendra_Katira
4 жыл бұрын
Bahot badhia hai jai mataji
@dinanathdixit4906
6 жыл бұрын
गोत्र मात्र क्षत्रियों के ही नही है.सभी के गोत्र है.फिरमैक्स मूलर कैसे सही हो सकता है.
@Z11-c3f
3 жыл бұрын
Max Muller galat hi tha
@grmdari660
5 жыл бұрын
एेसे विडियो बनाते रहे ताकि आने वाली पिढियो जागरूकता आए
@balramtanwar4561
5 жыл бұрын
jai maharana jai rajputana
@parakramsinhjadeja7451
5 жыл бұрын
में जाडेजा राजपूत हूँ मेरा गोत्र अत्री है
@RajeshKushwaha-ud7ii
5 жыл бұрын
Thank you Surendra Singh Shekhawat
@n.k.chauhan2011
5 жыл бұрын
*_जाति-पाँति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में मोदी जी को वोट किजीए।_*
@hemanturkude9696
4 жыл бұрын
rajput bramhan arya bharat ekta jindabad
@bannasa6843
6 жыл бұрын
Jai jai rajputana
@chhailsinghchouhan5412
5 жыл бұрын
राजपुतो के लडकी की शादी के बाद ऊसका सरनेम बदली होता है या नहीं
@anandkumarsingh1275
5 жыл бұрын
Achchhi video mera gotra Kashyap
@devrtrajkshtriya1178
6 жыл бұрын
भाई आपसे विनती ह ऐसे न करे बहुत सारी वर्ण संकर जातीय हमारे इतिहास पर डाका दाल रही ह ओर आप उन्हें जानकारी देकर ओर पक्का कर रहे ह
@sakyasingh7108
6 жыл бұрын
Devrtraj Kshtriya sahi bat h dasiyo ke santan bhut teji se hmari birasat ko harap rhe h
@gohilkirpalsinh9986
6 жыл бұрын
Right
@amrendrasinghparihar1439
6 жыл бұрын
आपका कहना बिल्कुल सही है हर छोटी जाती की नजर क्षत्रिय वंस पर रहता है,, हालांकि गुड़ों से सब पता चल जाता है लेकिन गुडों को पहचानने बाले सभी नही है, अतः इसके साथ चेतावनी भी आप लोग बताते रहें।। जो आवश्यक है,, ।। जय राजपूताना।।
@aishwaryamauryatechnical8496
5 жыл бұрын
Rajputana me sirf kachhwaha hi Vedic kshatriya Hai Jo kachhi/Kashi se alag hokar be Hai.
@क्षत्रियराजसिंहराजपूत-ण8प
5 жыл бұрын
Bhai aapki bat to sahi sale sabhi Kshatriya ban rahe hai
@jaidevsingh2913
3 жыл бұрын
Max Muller is the funniest person to wrongly interpret the sanskrit language and its translations.
@monurajput3643
4 жыл бұрын
Jai ho
@Sps_pratihar
6 жыл бұрын
जय माता जी की हुकुम मैं आपका तहेदिल से आभार प्रकट करता हूँ कि आप इस चैनल के माध्यम से राजपूत समाज से संबंधित नई नई जानकारी के वीडियो अपलोड करते हैं और समाज को जागृत करने का कार्य कर रहे हैं । आपका चैनल बहुत बड़ा हैं। आज मैं किसी गम्भीर मुद्दे पर आपसे बात करना चाहूंगा। हमारा इतिहास गौरवशाली रहा हैं लेकिन आज वही इतिहास समाज में जागरूकता की कमी के कारण हमारा इतिहास हाशिये में चला गया हैं। एक भैंसचोर जाति जाति हाथ धोकर हमारे इतिहास के पीछे पड़ी हैं।वे लोग हमारे वीर पूर्वजों को अपना बताकर प्रचारित कर रहे हैं। इनमें हिन्दू ह्दय सम्राट वीरभोज प्रतिहार , नाग्भट्ट प्रतिहार को ये अपना बता रहे हैं और तरह तरह के बेतुके तर्क दे रहे हैं। जबकि प्रतिहार राजपूतो का गुजरात क्षेत्र जिसे प्राचीनकाल में गुर्जरात्र प्रदेश कहते थे उसके आसपास प्रतिहार राजपूतों का राज्य होने के कारण उन्हें गुर्जर प्रतिहार कहा जाने लगा, इस कारण ये गुर्जर इस शब्द को अपनी जाति से जोड़ रहे हैं जबकि ये शब्द जातिसूचक न होकर स्थान सूचक हैं जैसे आज भी मारवाड़ में रहने वाले लोगों को मारवाड़ी, महाराष्ट्र में रहने वाले लोगों को मराठी आदि कहते हैं। यूट्यूब पर ये लोग कई तरह के वीडियो अपलोड करके भ्रम फैलाते रहतेे हैं।यही नहीं उन्होंने मिहिरभोज जी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस घोषित कर दिया। और जगह जगह पर गुर्जर जाति आगे जोड़कर उनके नाम से गुर्जर जाति के नाम से कई स्मारक , चौराहों के नाम रख दिए।ये सब हमारी जागरूकता की कमी के कारण हैं जो बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमारे पास पूरे प्रमाण हैं हमें इन्हें मुँहतोड़ जवाब देना चाहिए। और तो और अब तो ये महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान को भी अपना वंशज बता रहे हैं और राजपूतों की उत्पत्ति भी गुर्जरों से बता रहे हैं।आप यूट्यूब और गूगल पर सर्च करना आपको इनके द्वारा सोशल मीडिया पर राजपूतो के बारे में डाला गया कचरा मिल जाएगा। अपनी प्रशंसा और ख्याति पाने के के किए ये गुर्जर किसी को भी अपना बाप बना देंगे। राजपूतों अभी भी वक्त हैं जाग जाओ हमारे इतिहास से छेड़खानी हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस चैनल के माध्यम से मेरा आपसे यही करबद्ध निवेदन हैं कि एक वीडियो सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार और नाग्भट्ट प्रतिहार के बारे में विस्तार से बनाएं ताकि समाज जागरूक हो सके।आप इसकी पूरी जानकारी इतिहास की किसी प्रामाणिक पुस्तक या किसी इतिहासकार से ले सकते हैं। हालांकि इस संबंध में अपने कुछ राजपूत भाइयों ने भी यूट्यूब पर वीडियो अपलोड किए हैं लेकिन उनका चैनल इतना बड़ा नहीं होने के कारण उनकी बात प्रत्येक राजपूत तक नहीं पहुंच पा रही हैं।मैं उन भाइयों का भी आभार व्यक्त करूँगा। आप उनके वीडियो भी देख सकते हैं। जय राजपुताना
@shyamsinghrajput4173
5 жыл бұрын
Great Value भगवान देवनारायण की कथा पढ़ें।
@KapilKumar-hv8bl
5 жыл бұрын
Great Value Ya Fir Fir Historian Yaspal singh rajput ki likhi book padhe usme saaf saaf likha h Gurjar partihar for Father of rajput tumhara vaham dur ho ayega
@narendrasinghrathore9099
5 жыл бұрын
Pehli bat to bhai Kapil Gurjar प्रतिहार-राजपूत h na ki gujjr. Rahi bat great value ki to vo tumhare samajik book h naki history ki. Aaj tak kisi bhi ithihaskar ne प्रतिहार-राजपूत to tik or dusre kisi bhi rajput vansh ko गुरर्जर se utpti mani h. Tum Gurjar itne mhan the or or jo unse rajput bne to unhone prtihar. चौहान prmar सोलंकी सिसोदिया or bhi khi rajput h उन्होने y Nam kyu change kiye only gujjr gujjr gujjr hi aaj tak koi rajput kyu ni rha kyo उन्हे gujjr word पसंद nhi tha. Or tum kehte ho 12sadi se pehle rajput word nhi tha tik h but tum log 12sadi bad kha gye the jo gujjr bache the vo tum ne khi bhi राज्य isthapit kyu ni kiya ek bhi rajput राजा ko hrate or अपना राज्य aajadi tak kayam rkhte. Jato ne राज kiya unka end tak tha maratho ne kiya unka tha end tak to tumhara kyu ni tha. Bas tum gujjr hi y dava krrhe ho baki koi nhi tumhe nhi manne wala. मिहिर भोज ne gvaliyar shilalekh me somitra पुत्र kha yani bhgwan Laxman k वंशज naki gujjr OK भाई Mast re apne or great value apne pas rkh.
@KapilKumar-hv8bl
5 жыл бұрын
Narendra Rajput matlab ki tu Yaspal singh rajput se bhi jayada jankar aadmi Lagta h mere ko mere paas history ki book h usme saaf saaf likha h ki Gurjar or barhamano ki santan h rajput apne whatsup no send Karo me aapko book me se photo khech kar tere paas send kar dunga
@KapilKumar-hv8bl
5 жыл бұрын
Narendra Rajput Arab lekhako K anusar Gurjar Musalmano K sabse Bhayankar Dusman they or ye bhi likha h agar Gurjar na hote to Musalman desh par 10 vi sadi se Pehale hi aakarman kar dete ye m nahi keh Raha hu itihas keh Raha h apne whatsup no send Karo m aapke paas book ki photo bhejta hu
@sattutalks
5 жыл бұрын
Bhut sundar bhai apne aaj bhut si baat bataiye.. Pr kuch cheeje mai jodna cahunga.. Apne kha rishi bhraman ya pandit nhi hote ..shi hai..pr rishi ka matlab char vedo va kisi ek visay mai purn jyan rakne vala manusya hota hai..vo kisi bhi varn ka ho sakta hai..jab koi chatriye varn ka vyakti rishi tatva ko prapt krta hai to apne aap vo bhraman ban jata hai.. Jaise rishi viswamitra.. Duari baat vedic kaal mai jativyavastha nhi thi apitu varn vyavastha thi..
@DeepakDeepak-mw6gj
5 жыл бұрын
jai Shree ram ki please bataye ki Nayak SAR name lagane wale bhi rajputo Rajputo ke Vanshaj agar haan 2 in ke baare mein Bataye Jay Mataji
@viplovehada3995
3 жыл бұрын
Buikul nhi
@amrendrasinghparihar1439
6 жыл бұрын
वरग्राही शब्द जो परिहार क्षत्रिय हैं जिनके गोत्र ,वशिष्ठ या कौसल्य बताया गया है इनका उल्लेख भी करें।। जय राजपूताना।।
@abhirana1070
4 жыл бұрын
Bhartdwaj lakshman
@kamleshrathore1966
4 жыл бұрын
Good Information
@teksinghrajput9923
6 жыл бұрын
जय राजपूताना
@wrong-ll6zl
3 жыл бұрын
Sir my gotra is Bhardwaj so I come in rajput ?? I am pahadi ...
@ansingh1715
3 жыл бұрын
Jai maa bhabani🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@priyanshurajputana5036
4 жыл бұрын
Superb banna g
@dulalmondal1357
3 жыл бұрын
Main dignta mondal hoon.. mein konsa community se belong karta hoon.. reply me..
@thakursunilrajawat2028
3 жыл бұрын
Nice information bro
@ansingh1715
3 жыл бұрын
Jai maa vaani🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
@kumali_gamer.
5 жыл бұрын
राजपूत भाईयो अपनी जाति में ही विवाह करवाए।।। दूसरी जाति में न करे
@क्षत्रियराजसिंहराजपूत-ण8प
5 жыл бұрын
Bahut sahi bhai
@क्षत्रियराजसिंहराजपूत-ण8प
5 жыл бұрын
@@RajputAnjali4520 mai samjha ni
@PradeepSingh-ek3mp
5 жыл бұрын
@@RajputAnjali4520 padai likhai apni jagah lekin Rajputana Sanskrit se chalenge hm jai Rajputana
@aishwaryamauryatechnical8496
5 жыл бұрын
Rajput to pehle se hi untouchable tribes ke mixture Hai ko I keajput kshatriya nhi Hai
@PradeepSingh-ek3mp
5 жыл бұрын
@@aishwaryamauryatechnical8496 acha tughe kaise pata tum kta rajputo ke ghar me gadu pocha karte ho ya koi jansankya wale mantri ho abhi bhi 99% rajput rajput jati se hi sadi karte h jai Rajputana or rajput chatriye h the rahenge 💪
@sachinrajput-cj5lb
4 жыл бұрын
Nice
@ravikantkumar981
2 жыл бұрын
Rawani Rajput ⚔️ pe ek special video banaye plss
@omrajput4190
5 жыл бұрын
Chandel rajput ka kon sa ved hi sir
@AkashSingh-mp3ho
5 жыл бұрын
Yajurveda he
@vishalchandel5386
3 жыл бұрын
Chandel rajput chandervansi
@rahulSingh-nl2el
3 жыл бұрын
Ravani/chandel- Yajurveda
@vikrantnarayan7233
4 жыл бұрын
Nice. .
@grmdari660
5 жыл бұрын
Very Good story
@naseemakhtar1857
3 жыл бұрын
Jai Raput jai Rajasthan
@vinayakkachi405
2 жыл бұрын
जय हो
@__th4kur.anjali__
3 жыл бұрын
Jai Ma Bhawani 🙏🚩
@RajKumarSingh-hi8bq
2 жыл бұрын
जय भवानी
@harshsinghhs4994
4 жыл бұрын
Bhai Kshatriya Sunaro pe video bnao
@mithileshsingh6279
4 жыл бұрын
Suryavansh Rajput ( Kshatriya) ka kon sa Ved h Bhai
@ParveenKumar-jg3ey
5 жыл бұрын
Jai ho...
@realindian4371
5 жыл бұрын
Prashar rishi gotra💪
@madansingh7835
3 жыл бұрын
जय मां भवानी
@ganshikumar7275
3 жыл бұрын
i am sidharth shekhwat from haryana
@valasahdevsinhji5555
5 жыл бұрын
India Rajputana
@Yadavsarkaroffical
3 жыл бұрын
कलयुग में जो राजपूत लिखते हैं पुराणों वेदों में किसी भी शास्त्र में राजपूत का ठाकुर शब्द नहीं है पहली बात सत्य है चंद्रवंश यादव कौरव यादव राजाओं ने नाम दिए विष्णु बंसी यादव हैहय वंशी यादव अंधक बंसी यादव भोज बंसी यादव
@Ashutosh-ph5ht
2 жыл бұрын
Nice try
@harshayparashar9205
5 жыл бұрын
और यह मैं आपको बता देना चाहता हूं कि सभी ऋषि ब्राह्मण थे जो ब्रह्म को जानते थे और क्षत्रिय जो हुए हैं वही ब्राह्मण थे जिन्होंने क्षत्रिय धर्म का पालन किया और हिंदू धर्म में सभी लोग समान है परंतु इसमें जो वर्ण व्यवस्था ना होने की बात है परंतु कर्म के आधार पर लोगों ने उसका पालन किया और वही ब्राह्मण उस रूप में पालन करने के कारण क्षत्रिय कहलाए है
@Deep_talks678
4 жыл бұрын
Bhai Lodhi rajput par video banao
@muhammadwahabhasan3904
5 жыл бұрын
Hum phale up ke hindu rajput the ab Muslim hay hame garve hay Muslim hone ka aur rahe ge insa allha hamra goitre gautam hay
@jagdishjoshi8841
4 жыл бұрын
Ap abhi kaha rahte ho bro aur itna sunder upadhi rajput chorkar muslim kyu bane?? Plz reply
@amitmehta9966
3 жыл бұрын
Chmar h tu
@Khuni.7
Жыл бұрын
@@jagdishjoshi8841 Loda tha ye Rajput gital tha sala abka ksaayi ye
@manibhai88
4 жыл бұрын
Sabhi Rajput k kuldevta k bare me v vdo bnaye. Dhanyvad
@radhikarajawat6938
5 жыл бұрын
आप लोगों की वजह से ही कोई भी उठाईगिरा राजपूत होने का दावा करता हैं।कृपया ऐसे विडिओ अपलोड ना करे ,इससे आम लोगों को हमारी गोपनीय जानकारी भी मिलती हैं।कुछ पैसे कमाने के लिए अपनी जानकारी नहीं देवे ।
@ravikatheriya5974
4 жыл бұрын
Sahi kaha aapne , mai aapki baat ko sahi manta hu... isko aisa nahi karna chaiye... 9082690332
@arunendrapratapsingh9261
4 жыл бұрын
तोमरों का वेद कौन सा है
@SatyaJanta
3 жыл бұрын
*#RajputLand*
@skynet9084
2 жыл бұрын
किसी विदेशी को क्या ज्ञान हो सकता है हिन्दू धर्म संस्कृति परम्पराओं का इन लोगों ने जान बुझकर हमारे शास्त्रों की व्याख्या ग़लत ढंग से की आप उसकी संज्ञा का बखान क्यों करते हो हमें विदेशी से सिखने की जरूरत नहीं नरेश दिल्ली
@agsingh6299
6 жыл бұрын
Thanks
@sonusinghshaktawat8837
5 жыл бұрын
Shaktawat rajput ke kitne gotra he batao
@pukhrajmansion8445
3 жыл бұрын
Indian mythology
@ashishkumarashishkumar2451
5 жыл бұрын
Hum Yaduvanshi Chatri Hain Hamari Jatt Chandrama Se utpann Hui isliye Hum Chandravanshi Kshatriya Suryavanshi Chaho to Mahabharat dekh lo Yaadon ka itihas Yaduvanshi Rajput
@hemanturkude9696
4 жыл бұрын
mahabharat ke jamane me yadav hi raja the rajput nahi the bad me 6 th century me aye bharat me aye sachhai kadavi hoti hai
@rajputxgaming47
3 жыл бұрын
@@hemanturkude9696 rajput bhagban ram ka time sa Raj karta aa raha ha thorda pard likh lo
Пікірлер: 431