लवी जैन..... बिल्कुल सही भैया जी 🙏 (गुरु के प्रति बहुमान लाया नहीं जाता वो तो अपने आप ही बहुत बहुत आता चला जाता है) गुरु के वचनो से - बेहोशी से जीने वाले को होश आ जाए गुरु के संग से - भटकाव जीवन में ठेहराव आ जाए गुरु को सुनने से - अपने आत्म कल्याण की प्यास जग जाए दिन प्रति दिन भेद विज्ञान बड़ता ही चला जाए उसके प्रति बहुमान ना आये ऐसा तो संभव ही नहीं 🙏🙏🙏
@shwetajain6933
3 ай бұрын
Bilkul sahi
@narendrajain3164
3 ай бұрын
उदयपुर आदरणीय पण्डित जी साहब सादर जय जिनैंद्र 🙏🙏🙏
@sadhanajain7527
3 ай бұрын
Jai jinendra bhai 🙏🙏🙏
@sanjayjain-xl6ce
2 ай бұрын
आचार्यों का उदहारण अच्छा लगा । Very inspiring
@shwetajain6933
3 ай бұрын
Mujhe bhi aapke nimitt se Sacchi Baat ,Sahi Baat sunane ko Mili hai isliye mujhe bhi aapka Bhagwan Aaye Bina Nahin rehta Aapke Gyan ki, aapke Anubhav ki bahut bahut anumodna🙏🏼🙏🏼
@sanjayjain-xl6ce
2 ай бұрын
पूरा प्रवचन सुने और स्वयं को प्रेरणा दें । स्वयं को दोषों से बचाए
@achalajain7821
3 ай бұрын
मुझे तो आपके निमित से तत्व समझ आया इसलिए मुझे तो आपकी महिमा बहुत है 🙏🙏
@vandanajain7810
3 ай бұрын
बिलकुल सही
@reenajain6006
3 ай бұрын
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
@sanjayjain-xl6ce
2 ай бұрын
आत्मा को स्पर्श करने की कला आपसे सीखी है । बहुत बहुत धन्यवाद
@sanjayjain-xl6ce
2 ай бұрын
Very inspiring story श्वेतांबर भाई
@vandanajain7810
3 ай бұрын
जय जिनेन्द्र पंडित जी बिलकुल सही
@mahendrasiroya7241
3 ай бұрын
सादर जयजिनेन्द्र,सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
@sandeepbhandari8433
3 ай бұрын
प्रत्यक्ष तत्व जिसके निमित्त से मिला उस ज्ञानी के प्रति बहुमान तो आये बिना रहे नही और निरन्तर महिमा आती हैं 🙏
@sachinkiledar3631
3 ай бұрын
मार्मिक चिंतन
@artipatni5156
3 ай бұрын
अमूल्य तत्व को गजब गजब की गहराई से समझाते है आप। सहज बहुमान आता है आपके लिए 🙏
@sandeepbhandari8433
3 ай бұрын
जैन दर्शन में अभिप्राय की कीमत बहुत है🙏
@sanjayjain-xl6ce
2 ай бұрын
पहले गरबा फिर समय सार फिर गरबा वाह क्या बात है
@prakashhekkad2310
3 ай бұрын
Kemp's Corner Mumbai - 🙏🙏🙏
@SagunChandJain
3 ай бұрын
साधना जैन,,, यदि सच्चा एवं अपने प्रति ईमानदार मुमुक्षुहोगा तो उसके कानों में केवल शब्द मात्र ही सुनाई पड़ेंगे भजन के,,,, है चेतन चैट जा अब तो ना अपना मन तू पर को निर्विकल्प हो जा तू,, अंतर में ही kho ja tu शब्दों को सुनकर ही शब्दब्रह्म बन जाएगा 🙏☺️🙏
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