गुजराती भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार दलपत चौहान की रचना मुलक को सार रूप में प्रस्तुत किया गया है। इस उपन्यास में उच्च वर्ग द्वारा दलित वर्ग के प्रति किए जाने वाले अनैतिक व्यवहार का चित्रण है ।समाज के दलित समझे जाने वाले लोगों के जीवन में आने वाली कठिनाइयां व उच्च वर्ग द्वारा उनकी उपेक्षा का सजीव चित्रण किया गया है।
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Негізгі бет 'मुलक' उपन्यास/दलपत चौहान/ 'Mulak' Upanyas
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