30 अगस्त को शाम लगभग 4:00 बजे पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के पिता एवं मुलायम सिंह यादव से 3 वर्ष छोटे भाई अभय राम यादव के घर सैफई/इटावा पहुंचा, जो एक गोपालक हैं।
इनके हार में काफी भैंस है तथा गाय भरी हुई है जिनके लिए नौकर चाकर भी लगे हुए हैं।
गाय और भैंस अच्छी नस्ल की तथा शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं।
हमने वहाँ कुछ बच्चों को गोबर निकालते हुए देखा जिनके सिर पर पगड़ी, हाथों में खचिया थी।
बच्चे गोबर निकाल कर खंचिया अपने सिर पर रखते थे और घरेपर गोबर फेंकते थे मैंने जब जानना चाहा तो पता लगा कि यह बच्चे बाल्मीकि समाज के हैं जो शाम के वक्त गोबर निकालकर घूरे पर फेंकने का काम करते हैं।
दिन में इनके माता-पिता आते हैं और वे भी यही काम करते हैं एवज में उनको कुछ खाना पीना कुछ पैसे अथवा अनाज मिल जाता है।
क्या अब भी बाल्मीकि समाज के लोग अपना पेट भरने में अपने आप को अक्षम पा रहे हैं?
क्या राष्ट्रीय खाद्य अधिनियम वहां तक नहीं पहुंचा है?
क्या अभी भी मुलायम सिंह का परिवार सामंती सोच का है?
क्या यह प्रकरण बाल श्रम और सामंती सोच का परिचायक नहीं है?
ऐसे सवाल मैं आप पर छोड़ता हूं।
Негізгі бет Mulayam Singh के घर सैफई में यह क्या?
क्या सामंती हैं पूर्व सांसद धर्मेंद्र के पिता?
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