Multilingual - Session11-'JEEVAN AUR MRITYU KE RACHITYA”-Book Reading of Nariander Dhand Uncle
INTERACTION BY NARINDER DHAND UNCLE, Old Sangat.
Reading Topic details - Pages 34&37
द्वितीय खंड प्रारंभ
1. अक्षय को पुना और डलहौजी में दर्शन
2. गुरु जी द्वारे कर्मो का शुद्धिकरण
3. गुरु जी के कथनानुसार ध्यान लगना आवश्यक है
4. डिंपल ने हलवा प्रसाद बनाया
5. गुरु जी द्वारा मेरे नानाजी को आशीर्वाद रूप में जोडे देना
6. गुरु जी द्वारा मेरे मित्र की पुत्री को वरदान
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