Күн бұрынशान दार जवाबी कीर्तन, दादा रति राम ज्ञानी जी, न धरम बुरा न करम बुरा न गंगा बुरी न जल बुरा, कल्पना दू Рет қаралды 76,211Jai Mahakal Music Studio 1 1 Жүктеу
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