रम्भापुर उर्स २०२२
यूट्युब पर पहली बार क्लियर वौइस् में ये ग़ज़ल
कव्वाल - हमारे अजिज़ सब्बीर सदाकत साबरी साहब कपासन शरीफ
साउंड---संजरी साउंड झाबुआ { गुलरेज भाई 9713173737 }
शायर--सुने कोन किस्स्सा------*हज़रत पीर नसीर उददीन नसीर*
शायर---रग ए जान से भी-----*अय्यूब आसिम चिस्ती रुनिजा*
Негізгі бет निस्बती ग़ज़ल/सुने कोन किस्सा ए/उसे देखने कों तरस गये/रम्भापुर उर्स 2022/सब्बीर सदाकत साबरी/
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