सामवेदीयों को पितृपक्ष मे वसु रुद्र आदित्य रुप पितृ पितामह प्रपितामह मातृ मातामह प्रमातामह के प्रीति तथा पितृ ऋण से मुक्ति हेतु तिलतर्पण करना चाहिए। जैसे प्रति अमावास्या मे किया जाता है। उसी प्रकार पितृपक्ष के प्रतिपदा से अमावास्या तक 15 दिन पितृ तर्पण करना चाहिए। उसी का विधि यहाँ पर दिया गया है। तिल, कुश और जल यही तीन वस्तु का तर्पण हेतु जरुरत पडता है। दक्षिणाग्र कूर्च रखकर उसी के उपर तिलतर्पण करना चाहिए। तर्जनी एवं अङ्गुष्ठ के बीच मे पितृ तर्पण किया जाता है।
Негізгі бет Pitru Tarpanam (Samaveda) सामवेदीय पितृ तर्पणम्
Пікірлер: 11