भाई सरकार ने दिलाया है और 300 रुपए से 2500 रुपया तक टोटल बीमा आया है मध्य प्रदेश में 2019_20 का है जबकि सोयाबीन 2021 में ग्वालियर संभाग स्थित गुना ,अशोक नगर और शिवपुरी में बोया तो था पर कोई कटा नही क्योंकि बारिश में ही बोया और 40 दिन लेट बोया था , बुवाई के दिन से अगले 18 दिन बारिश हुई थी जिससे फसल खराब हो गई बीमा तो छोड़ो किसी चूं तक नही की , और अभी बीमा दिया भी तो राजनीतिक तरीके से दिया जिससे ये तीनों जिले जहां किसान की फसल 100 खराब हुई है वहां सर्वे तक नही हुआ कहीं और बांट दिया पर हमारे यहां कुछ नही दिया ,किसानों का दिल टूटा है निरसा और हतासा से कई किसान आत्म हत्या कर चुके हैं फिर 6 जनवरी को ओले और बारिश से फ़सल खराब हुई है उसका भी फसल बीमा नही आया है जबकि सरकार ने मुआवजा जरूर दिया है जिसमे 20% हिस्सा पटवारी का है और मुआवजा प्रति किसान 5 हजार से 45 हजार तक आया है पर फसल बीमा का पता नही और ये मुआवजा आजाद भारत में हमारे यहां दूसरी बार मिला है जबकि फसल 5 साल से खराब हो रही है ।
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