topic- power of positive thinking। दूसरो से जुडने का सकारात्मक दृष्टिकोण #audio #positivevibes #viral #som
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अध्याय 18 ! दूसरों से जुड़ने का सकारात्मक दृष्टिकोण !
अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता ! उसे शिक्षा-प्राप्ति के लिए शिक्षक की, व्यवसाय के लिए किसी व्यवसायी की, सामान बेचने के लिए ग्राहक की, प्रेम करने के लिए किसी नारी की और बच्चों के लिए पत्नी की आवश्यकता होती है! इसलिए व्यक्ति के लिए किसी से जुड़ाव करना नितांत आवश्यक है ! हर व्यक्ति को मित्रता, प्रोत्साहन और सहायता की आवश्यकता होती है ! जिन लोगों ने अपने दम पर कुछ प्राप्त किया है, यदि उन्होंने दूसरों के साथ जुड़कर यह कार्य किया होता, तो इससे कहीं अधिक प्राप्त कर सकते थे! यही नहीं, दूसरों के साथ मिलकर कार्य करने से संतुष्टि मिलती है! एकाकी लोग शायद ही कभी सुखी होते हैं! जो लोग अकेले ही प्रत्येक कार्य को करने का प्रयत्न करते हैं, वे प्रायः स्वयं
को कठिनाई में डाल लेते हैं! प्रत्येक व्यक्ति को किसी-न-किसी के सहारे और सहायता की आवश्यकता होती है! यदि आप यह समझ लें, तो आप भी दूसरों को सहारा देने और उनकी सहायता करने के इच्छुक होंगे, फिर आप मिलकर सही लक्ष्यों की दिशा में कार्य कर सकते हैं, जिससे उनका तथा आपका जीवन बदल सकता है! जब आप किसी स्थिति को दूसरे के दृष्टिकोण से देखेंगे, तो आपको जीवन को देखने का एक बिलकुल नया सकारात्मक दृष्टिकोण मिलेगा, तब आप दूसरों से जुड़ने का परिणाम देख पाएंगे। लोगों के प्रति आपका दृष्टिकोण आपके द्वारा किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण चुनावों में से एक है! यदि आपकी सोच
सकारात्मक है, तो आप सचमुच उन पर प्रभाव डाल सकते हैं!
ध्यान रखिए, किसी के साथ जुड़ना, किसी की सहायता करना, किसी से प्रेम करना, बुरे समय में किसी का साथ देना, अच्छे कार्यों के लिए निरंतर किसी को उत्साहित करना आदि मनुष्य के श्रेष्ठ कर्म हैं! ऐसे कर्म करने वाले व्यक्ति को सदा सब याद करते हैं! उसका प्रभाव सर्वत्र व्याप्त होता है! एक पुरानी कहावत है कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, किंतु सही मायने में जीना वह है, जब दूसरों के लिए जिया जाए! दूसरों के साथ जुड़ना या दूसरों की
भलाई में अपना भला है, जो इस दृष्टिकोण से सोचते हैं, वे सदा सुखी रहते हैं, सदा उन्नति के पथ पर बढ़ते हैं और सफलताएं उनके कदम चूमती हैं! प्राचीनकाल में एक राजा भेष बदलकर नगर में यह जानने के लिए प्रायः निकलता था कि उसकी प्रजा सुखी है या नहीं। वह दिन-रात घूमता! एक दिन वह एक ग्रामीण के भेष में था! उसने देखा कि एक बहुत बूढ़ा आदमी एक बाग के किनारे काजू का वृक्ष लगा रहा था! उसने उस बूढ़े आदमी से "बाबा ! यह वृक्ष तुम किसके लिए लगा रहे हो ? जब इसमें फल लगेंगे, तब तुम इसे देखने के लिए नहीं रहोगे! फल भी तुम्हारे किसी काम न आएंगे! तुम्हारे जीवन के थोड़े दिन ही शेष रह गए हैं, फिर इसे लगाने से तुम्हें क्या लाभ?" पूछा, इस बात पर बूढ़ा आदमी हंस पड़ा! फिर उसने सहज स्वर में जवाब दिया, "फलों के वृक्ष इसलिए नहीं लगाए जाते कि लगते ही उसके फल खाएंगे! वृक्ष को लगाता कोई और है, फल कोई और खाता है! यही दुनिया की पुरानी रीति है! जो फल मैं आज खा रहा हूं, वे वृक्ष मेरे पूर्वजों ने लगाए थे! मेरे इस वृक्ष के फल आने वाली पीढ़ियां खाएंगी! नदिया अपने लिए नहीं बहतीं और वृक्ष अपने फल स्वयं नहीं खाता!" इस घटना से पता चलता है कि वृक्ष भी अपना फल दूसरों के लिए उत्पन्न करता है! जुड़ाव इंसान की सबसे मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है! जब आप अकेलापन महसूस करते हैं और दूसरों के साथ होने के एहसास से कटे हुए महसूस करते हैं, तब दुखी होते हैं! नेपोलियन बोनापार्ट लोगों को सदा महत्वपूर्ण अनुभव कराने और जुड़ाव का एहसास दिलाने में निपुण था! वह अपने कैंप में घूमने और हर अधिकारी को उसके नाम से बुलाने के लिए विख्यात था! जब वह किसी सैनिक अधिकारी से बात करता, तो उसके घर-परिवार, पत्नी और बच्चों का हाल-चाल जरूर पूछता था! वह किसी ऐसे युद्ध के बारे में भी बात किया करता था, जिसमें वह जानता था कि उसके आदमी ने भाग लिया था! अपने अनुयायियों के प्रति वह जिस रुचि का प्रदर्शन करता था, उन्हें जितना समय देता था, उससे टीमभावना और जुड़ाव का एहसास विकसित होता था! इससे उसके सैनिक उसके प्रति सदा निष्ठावान बने रहते थे! लोगों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए आपको उनके साथ जुड़ना होगा और उनके जीवन में सचमुच शामिल होना होगा! याद रखिए, महानतम उपलब्धियां वे हैं, जो दूसरों को लाभ पहुंचाती हैं। जब भी आप जीवन के किसी क्षेत्र में लोगों का विस्तार करने में उनकी सहायता करते हैं, तो आप उन्हें लाभ पहुंचाते हैं, क्योंकि आप उनके लिए जीवन में एक सीढ़ी ऊपर चढ़ना संभव बनाते हैं! जब लोग अपने जन्मजात गुणों और प्रतिभाओं को विकसित करते हैं, नई योग्यताएं सीखते हैं और अपनी समस्या सुलझाने की क्षमता को व्यापक बनाते हैं तो उनके जीवन के गुणों तथा संतुष्टि के स्तर में अद्भुत सुधार होता है! जब
भी कोई व्यक्ति विकास करता है, तो उससे उसका जीवन अवश्य ही प्रभावित होता है! लोगों और उनकी क्षमता का विकास हो जाए, तो उनके लिए जीवन के एक बिलकुल नए स्तर पर पहुंचना संभव हो जाता है, किंतु चाहे वे कितना ही विकास कर लें या सीख लें, उनके सामने बाधाएं अवश्य आएंगी! वे गलतियां करेंगे और
अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में समस्याओं का सामना करेंगे तथा उनके सामने ऐसी परिस्थितियां भी आएंगी, जिन्हें वे किसी की सहायता के बिना ठीक से सुलझाने में असमर्थ होंगे!
तात्पर्य यह है कि बहुत से लोगों को जीवन की कुछ कठिनाइयों को पार करते समय सहायता की आवश्यकता होती है! ऐसे व्यक्तियों को अच्छे सकारात्मक दृष्टिकोण वाले किसी अनुभवी व्यक्ति के मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है और वे ऐसे व्यक्ति के साथ जुड़ना चाहते हैं! जीवन में जिन लोगों पर आपका प्रभाव है, उन्हें आपकी सहायता की आवश्यकता
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