प्राण प्रतिष्ठा करने का कारण | श्री श्री रविशंकर जी |
गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी द्वारा बताया गया की प्राण प्रतिष्ठा क्यों और कैसे की जाती हैं । प्राण प्रतिष्ठा एक विधि है जिसका उपयोग हिंदू धर्म में मूर्तियों या प्रतिमाओं को पवित्र या दिव्य बनाने के लिए किया जाता है। "प्राण" शब्द का अर्थ है जीवन, जबकि "प्रतिष्ठा" का अर्थ है स्थापना। प्राण प्रतिष्ठा विधि में आम तौर पर वैदिक मंत्रों का पाठ करना, यज्ञ करना और मूर्ति को पवित्र जल से स्नान कराना शामिल होता है।
मान लिया जाता है कि प्राण प्रतिष्ठा विधि मूर्ति में देवता या देवी की आत्मा को जागृत करती है। यह मूर्ति को पूजा और भक्ति के लिए एक उपयुक्त पात्र बनाता है।
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