Very serious information Jai bhim jai samvidhan Jai vigyan
@jaigopal1285
6 ай бұрын
बहुत अच्छी जानकारी है।
@surendrasinghkush2953
5 ай бұрын
Brahmano ko superiority chahiye thi.Mauryon ko desh ki ekta ki chinta thi.Jo Maurya samrato ko chinta thi in dusht Brahmano ne apne swarth ke liye desh ko gulami ki aag me jhonk diya.Na satta ka vikendrikaran hota na musalman Bharat par kabja kar paate.
@pradeep0852
6 ай бұрын
Pusya mitra sung par science journey ka vidio dkhia. Kuchh confuson h apko.
@ReenaSingh-eg5ll
6 ай бұрын
और बोध गया और कुशी नगर के बुद्ध बिहार को क्यू छोड़ दिया? बुद्ध ने आदिवासियों के राजा Monky king को 500 साल तक बंदी बना रखा था?
@sanjeevsaxeina4578
6 ай бұрын
Brahmin aur Senapati?!!!!!!!! Defence was the duty of Chatriyas ( warrior class) as per the system. Is it not a proof that jaati and Verna were two different concepts and should not be considered as one?
@parmatmakumar-co8jb
6 ай бұрын
अधूरी जानकारी है भाई, इस बात का तो चर्चा ही नहीं किया कि उस समय भारत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि क्या थी। विदेशी आक्रमणकारीयों का कोई ज़िक्र ही नहीं किया।
@ariyangondane1897
6 ай бұрын
He was not a brahmin he was mahar , the brahimins killed the muraya king bhraydutt ,he took over the kingdom .he killed most of them who were involed in this conspiracy, they were brahmins the bikus , minisiters,and many more.
@mrr4433
6 ай бұрын
गलती से पैदा हो गए हो बेटा,,,तुम ये bakchodi करना बंद कर दो,,,नफरत मत फैलाओ समझे,,,,खुद ही आ बैल मुझे मार बाली हरकतें करते हो।
@sureshdhage8337
6 ай бұрын
Ye angrejon ka kitabe 1800 ke bad likhi gayi hai
@jitendramisra722
6 ай бұрын
Communists jhooth ko baar baar sach bata kar 😊
@NavneetChaturvedi-f4b
6 ай бұрын
😂😂😂 चाचा कौन से गोला से आए हो
@mauryaji8739
6 ай бұрын
हम हैं भारतवर्ष से आए हैं आप शायद विदेश से हो तुलसी ने अवधि में रामचरितमानस लिखी। पंडित राधेश्याम कथावाचक ने हिंदी में लिखा। मैथिलीशरण गुप्त ने साकेत लिखा। नरेंद्र कोहली ने भी रामकथा को लेकर काव्य रचना की। रामायण और मानस का समय समय पर संपादन करके आपत्तिजनक भाग हटाए गए। अबकी वाल्मीकि रामायण में शंबूक वध का प्रसंग नहीं मिलता। राम के सुरा पान, नर्तकियों के संग, अश्वमेध और कौशल्या सबंधी प्रसंग निकाल दिए गये हैं।
@brajrajchaubey3349
Ай бұрын
@@mauryaji8739इतिहास को पढ़ें। इस्लाम के प्रवर्तक मोहम्मद साहब आज से करीब डेढ़ हजार वर्ष पहले हुए, ईसाई संप्रदाय के प्रवर्तक ईसा मसीह दो हजार वर्ष से कुछ अधिक वर्ष पहले हुए, बौद्ध धर्म के प्रवर्तक भगवान बुध्द ढाई हजार वर्ष पहले हुए,जैन धर्म के प्रवर्तक भगवान महावीर दो हजार पांच सौ पचास वर्ष पहले हुए पर यह दुनिया करोड़ों वर्ष पुरानी है।इन सभी महापुरुषों ने अपने संप्रदाय चलाए पर इनके आने से पहले जो धर्म इस विश्व में सतयुग से लेकर द्वापरयुग तक था, वही सनातन धर्म कहलाता है।समय के साथ महापुरुषों ने अपने -अपने संप्रदाय चलाए और सनातनियों की संख्या कम होती गई।पर यदि एक भी सनातनी विश्व में बचेगा तो सनातन धर्म बना रहेगा। धृति, क्षमा, अहिंसा,सत्य, विवेक, अस्तेय,दम, इंद्रियों पर नियंत्रण, विद्या और क्रोध न करना -ये दस सनातन धर्म की मुख्य बातें हैं। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई ऐसी बात है जो मानव ही नहीं पूरी प्रकृति के लिए हानिकारक हो। अतः पहले सनातन धर्म को जानें तब टीका-टिप्पणी करें।
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