lyrics
असमर्थ हुए सब वानर सिया सुधी लाने के लिए है तैयार बजरंगी लंका जाने के लिए।।
१रुद्र रूप होकर हनुमत ने मुख से एसे वचन कहा
सीताजी को हरने वाला जी सकता है कोन कहा
दृढ़ प्रतिज्ञा में लिया उसको बुझाने के लिए।।
२सागर लंघन कर लंका में पहुँचे है जब कपिराई
मात सिया का दर्शन करके राम कथा कही सुखदाई
दे मुद्रिका आज्ञा ली फल खाने केलिए।।
३फल खाया अक्षय को मारा पेड़ उखाड़ गिराय दिये
राक्षस आए जितने भी वो बजरंगी ने मार दिए
काम किया सब रावण क़ो दिखलाने के लिए।।
४क्रोधित होकर रावण ने जब पुँछ में आग लगाय देइ
खुसी होयकर हनुमान ने सारी लंका जला देइ
मात सिया से पूछा वापस जाने के लिए।।
५रामा दल में आकर कपि ने सारी बाते बतलाई
सत्य खुसी हो कहा राम ने धन्य धन्य तेरी माई
देवकी नंदन यह शरीर गुण गाने के लिए।।
पुरानी cilp hai उम्मीद है सभी को भजन का आनंद आय।
जय श्री बालाजी महाराज की 🙏🙏
Негізгі бет पुराना भजन - असमर्थ हुये सब वानर सिया सुधि लाने के लिऐ by Gomji pujari
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