lyrics
बस गया बालाजी सालासर धाम में,
धन थारी अंजनी माता धन तेर नाम ने।।
1.बाल समय में बालो गोदी खेल्यो मात की,
पूरब दिशा में लाली देखी प्रभात की,
मार छलांग पकड्यो उगतोड़े भान ने।।
2.भरी सभा म जद बिड़ो फेरयो राम जी,
सिया को संदेशो ल्यांणों बड़ो भारी काम जी,
अंजनी कुमार झट चाब गयो पान ने।।
3.बिड़लो उठा के कपी मुख म दबा लियो
सिया को संदेशों ल्याण लंका गढ़ जा लियो
सागर की तीर उतरयो कुद्यो गढ़ माय र ।।
4.सिया को देई र बाला राम की सहनाणी
कोण पंछी बोले ऐसी मीठी मीठी बाणी
मुखड़ो दिखादे बाला आज्या मेर सामने ।।
6.सिया का हुकम लेकर मीठा फल खा लिया
लंका जला के सारे असुरों को ढा दिया,
सिया को संदेशों ल्याके दीयो राजा राम ने।।
7.आय पूजायों बालों गाँव सालासर न
सुख और संपति बाला देई घर घर म
मोहन पुकारे बजरंग रटूँ तेर नाम न।।
॥समाप्त॥
Негізгі бет पुराना भजन - बस गया बालाजी सालासर धाम में by Gomji Pujari
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