सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय🚩 आचार्य जी को सादर नमन🙏 बहुत ही स्पष्ट ढंग से अपने शंका का समाधान किया है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभार ।🙏🌹 🚩
@KapilA-ur3xh
2 ай бұрын
धन्यवाद
@sujbagdi1274
2 ай бұрын
Om everyone
@gssheelvantar1122
2 ай бұрын
Hari om 🙏
@VedantaGuruji
2 ай бұрын
🕉️🙏
@shubhapansare4130
2 ай бұрын
🕉️🙏
@VedantaGuruji
2 ай бұрын
🙏🕉️
@jaiwatidhariwal4434
2 ай бұрын
आचार्य जी सादर प्रणाम देरी से वीडियो देखने के लिए क्षमा चाहती हूं ।आपने मेरे प्रश्न का बहुत गहराई से उत्तर दिया है ।आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।❤
@VedantaGuruji
2 ай бұрын
🙏🕉️
@MahendraSharma-nj5if
2 ай бұрын
आपका उत्तर उचित नहीं है। रेल की पटरियों की तरह दोनों शुभ अशुभ कर्म सदा साथ साथ चलते हैं। कभी भी एक दूसरे को काटते नहीं है। कभी भी नहीं काट सकते। दोनों पटरीयां कभी नहीं मिलती। ऐसे ही दोनों के फल अलग अलग मिलते हैं। किसी भी बड़े से बड़े शुभ कर्म से कैसा भी अशुभ कर्म नहीं काटा जा सकता।
@VedantaGuruji
2 ай бұрын
कर्म काटने की बात कहाँ कहीं गई यहां? यही बताया है कि दोनों कर्मों का फल तो मिलेगा. बारिश मिल गई रास्ते मे, रुकावट आ गई , और किसी की मदद से छाता मिल गया. ये दोनों सम्भव है. पाप और पुण्य दोनों अपना काम कर रहे हैं
@KapilA-ur3xh
2 ай бұрын
यदि आप किसी बात को गलत समझते हैं, तो उसे बार-बार सुनें... किसी को यह नहीं कहना चाहिए कि आपका उत्तर उचित नहीं है। अपना संदेह दूर करना हमेशा बेहतर होता है।
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