भगवद् गीता अध्याय 8 में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को योग का रहस्य बताते हैं। अध्याय की शुरुआत में भगवान कहते हैं कि जो व्यक्ति इस अध्याय का ध्यानपूर्वक अध्ययन करता है और उसका अभ्यास करता है, वह निश्चित ही मोक्ष प्राप्त करेगा। अध्याय में भगवान विभिन्न प्रकार के योगों के बारे में बताते हैं, जैसे कर्म योग, ज्ञान योग और भक्ति योग। अंत में, भगवान अर्जुन को बताते हैं कि जो व्यक्ति उनके चरणों में समर्पित हो जाता है, वह उनके द्वारा संरक्षित होता है और मोक्ष प्राप्त करता है।
Негізгі бет श्री भगवान उवाच | गीता ज्ञान (अध्याय 8, भाग 4)
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