, जो मुख्य रूप से रीढ़ की हड्डी, पीठ का ऊपरी सिरा और गर्दन का निचला सिरा मजबूत बनाने के लिए किया जाता है। इसमें रीढ़ को ऊपर व नीचे एक निश्चित लय के साथ हलचल दी जाती है, जो पानी में मछली के तैरने की क्रिया से मेल खाती है। इसी कारण से इस योगासन का नाम मत्स्यासन या फिश पोज है
- 3 ай бұрын
रोजाना मत्स्यासन करने से रीढ़ की हड्डी होगी मजबूत और मिलेंगे कई फायदे, जानें करने का तरीका
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