हमारे लोकतंत्र का आधार जनता के मुद्दे, उनका उत्थान औऱ उनकी आवाज़ है। लोकतंत्र में कार्यपालिका का काम काफी महत्वपूर्ण है। इसीलिए 90 के दशक में कार्यपालिका के कामकाज में बेहतरी के साथ-साथ उस पर नियंत्रण के लिए.. संसद में.. विभाग संबंधित स्थाई समितियों का गठन किया गया। इन समितियों ने संसद के कामकाज को काफी व्यवस्थित किया । स्थाई समितियों को आप मिनी पार्लियामेंट या छोटी संसद भी कह सकते हैं। ये स्थाई समितियां संसद से सीधे तौर पर जनता को जोड़ती हैं, साथ ही संसद की कार्यवाही को और सरल और सुशासित करती हैं । ये समितियां विधेयक की बारीकी से जांच कर एक निश्चित समय में उसकी कमियों को दूर कर.. कारगर बनाने की बड़ी भूमिका अदा करती हैं। इसके लिए स्थायी समितियां जनता से लेकर विशेषज्ञों तक की राय लेती हैं... ये एक तरीके से नज़र रखती हैं कि संसदीय कामकाज में किसी भी प्रकार कोई गड़बड़ ना हो सके.. और ख़र्च भी संयमित हो सके। हम कह सकते हैं कि इन समितियों के जरिए संसद प्रशासन पर.. अपने नियंत्रण और प्रभाव का प्रयोग करता है। अभी हाल ही में संसद भवन की नई स्थाई समितियों का गठन किया गया है। जिसके तहत तमाम महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियां सांसदों को सौंप दी गई हैं। विशेष के इस अंक में हम जानेंगे संसद की विभाग संबंधी स्थायी समितियों को, उनके गठन की प्रकिया और महत्व को.. साथ ही साथ जानेंगे वित्तीय समिति के साथ ही अन्य स्थायी और तदर्थ समितियों को भी।
Anchor - Vaibhav Raj Shukla
Producer - Rajeev Kumar, Ritu Kumar, Amrita Chourasia
Production - Akash Popli
Reporter - Bharat Singh Diwakar
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Azhar Ansari, Dalip Kumar
Негізгі бет RSTV Vishesh -16 September 2019: Standing Committee | स्थायी समितियां
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