सोऽहम् का नियमित मानस जप करने से आत्मशुद्धि, चैतन्यता प्राप्त होती है और आत्म दर्शन की प्रक्रिया चालू होती हैं।
सोऽहम् अजपा जप एक ऐसी डोर है जिससे स्थूल और सूक्ष्म को जोड़ा जाता है। दृश्यम् को अदृश्यम् से जोड़ा जाता है।
‘सोऽहम्’ के जप द्वारा प्राण पर नियन्त्रण स्थापित होता है और मनुष्य के लिये प्राण से अधिक तो कुछ भी मूल्यवान नहीं है।
‘सोऽहम्’ मंत्र आपकी चेतना की चाबी आपको सौंप देता है।
साधक का लक्ष्य अपनी चेतना को जगाना, चैतन्य करना है और सोऽहम् इसे प्राप्त करने का माध्यम है।
Soham ( So-hum) is the sound of our breath and the key to our focus and attention. Chanting Soham mindfully allows us to access the divine force within us.
Негізгі бет सोऽहं महामंत्र का गम्भीर अर्थ Everything that you wanted to know about soham
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