श्री.सूर्यकांत सावंत लिखित
*श्री मंगेश केऱ्या बिराड़ी दिग्दर्शित
संकल्पना:- कु.प्रितेश गणेश नाक्ती
"सत्य सोडून मृगजळाच्या पाठीमागे लागलेल्यांच्या डोळ्यात संणसणीत अंजन घालनारी विचारधन देणारी श्रीमंत विचारांची एक स्त्री पात्री"*2 अंकी नाट्य कलाकृती*
💥💥सांभाळ तुझं सौभाग्य** 💥💥
भाई :- मंगेश बिराडी
अमोल :- प्रितेश नाक्ती
रूपेश :- सुशिल नाक्ती
काळेमामा :- किरण बिराडी
उत्तम :- सिध्देश नाक्ती
शंभू :- विनोद पेरवे
सदू :- कुलदिप नाक्ती
बापू :- महेंद्र नाक्ती
उर्मीला :- चैताली जाधव
पोलीस :- रुणेश नाक्ती
संगीत :- दत्तात्रेय नाक्ती , सागर कांबळे ,सुदर्शन नाक्ती
ढोलकी:- विनोद नाक्ती ,रमाकांत कांबळे , रघुनाथ कांबळे,
नेपथ्य:- सुधाकर पां. खनलोस्कर, बळीराम जा. कांबळे
प्रकाश योजना :- श्याम नाक्ती, गजानन नाक्ती, सुर्यकांत कांबळे, अक्षय नाक्ती
रंगमंच व्यवस्था:- श्री. नाक्ती कंपनी, अखंड आगरी समाज वडवली
नाटक सादरीकरण - श्री नाक्ती कंपनी वडवली , शनिवार दिनांक 11 मार्च 2023 , तालुका श्रीवर्धन, जिल्हा रायगड
Негізгі бет सांभाळ तुझं सौभाग्य | अंक 1 | Sambhal tujh saubhagy Part 1 |
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