Күн бұрынएस के सोलंकी भजन।। आदिवासी भजन।। धरमी धरमी पार उतर गए।। पापी चकना चूर।। जारा धीरे गाड़ी हांको।।100% Рет қаралды 520,862Sakariya Solanki 1 1 Жүктеу
Пікірлер: 109