Күн бұрынसब मंचन्ह तें मंचु एक सुंदर बिसद बिसाल।मुनि समेत दोउ बंधु तहँ बैठारे महिपाल॥ श्रीरामचरित मानस पाठ Рет қаралды 140श्री सीताराम दरबार 1 1 Жүктеу
Пікірлер: 2