मांगी थी जिंदगी से खुशी कम, बहुत कम शायद गिले हुए थे तभी कम, बहुत कम इतना लहू न था कि उतरतीं सबाहतें अश्कों से बज्म ए यार सजी कम, बहुत कम मैं भी अगर हिजाब ए मुहब्बत में चुप रहा तूने भी दिल की बात कही कम, बहुत कम वाकिफ है हाल ए दिल से सहर हो या शाम हो मांगा करो खुदा से "सफी" कम, बहुत कम शायर - सफी लखनवी
@zainshahofficial7962
2 жыл бұрын
SubhaanAllah Sarkaar
@TheAsifhussaink
Жыл бұрын
One of the most talented student of Greatest Khan Sahab Mehdi Hasan
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