#सोलह_संस्कार #सोलह_श्रृंगार #संस्कार_विधि
वैदिक संस्कृति में संस्कारों का विशेष महत्व है। संस्कार हमारे जीवन के आधार है। संस्कार का अर्थ होता है शुद्ध करना, साफ करना, चमकाना और भीतरी रूप को प्रकाशित करना।
गर्भाधान से लेके श्मशानान्त तक १६ संस्कार होते हैं जो निम्न हैं
#गर्भाधान_संस्कार
#पुंसवनम्_संस्कार
#सीमन्तोन्नयनम्_संस्कार
#जातकर्म_संस्कार
#नामकरण_संस्कार
#निष्क्रमण_संस्कार
#अन्नप्राशन_संस्कार
#चूडाकर्म_संस्कार
#कर्णवेध_संस्कार
#उपनयन_संस्कार
#वेदारम्भ_संस्कार
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Негізгі бет सनातन धर्म के सोलह संस्कारों की संपूर्ण जानकारी।। आचार्य हनुमत् प्रसाद् जी
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