"ओ३म् भूर्भुवःस्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि।धियो यो नः प्रचोदयात् ।"
@ShauryaSingh-g2s
4 ай бұрын
शत् शत् नमन।
@gauravsangwan7940
Жыл бұрын
महर्षि दयानंद सरस्वती जी को कोटि कोटि नमन करता हूं। और आपको भी नमन करता हूं।
@krishanlalahuja1807
Жыл бұрын
Acharya ji sadar Namaste excellent exlaination
@yashpalshastri3016
3 жыл бұрын
पूज्य आचार्य वेद प्रकाश श्रोत्रिय जी के इस अत्यंत प्रेरणा देने वाले और नये ज्ञान से ओतप्रोत करने वाले प्रवचन को सुनकर, हम सब अपने जीवन को सार्थक बनाने में सफल हुए हैं , पहली बार जीवन में इतना प्रामाणिक और स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा बताए गए प्रमाणों सहित व्याख्यान सुनने का सौभाग्य मिला । आचार्य जी सादर चरण स्पर्श स्वीकार करना। नमन है आपकी श्रद्धा को , जो स्वामी दयानंद के प्रति इतनी गहरी है।
@SanjaySingh-vf5hh
Жыл бұрын
Viduaan adbhut and tellented
@bhimlalpaudel4454
7 ай бұрын
वेद मे लिखने से और ऋषियोसे कह दिनेसे मात्र से सच होगा है क्या? सत्य होगा भि तो कौन सा आधार पे वो सचको स्पष्टता कर सकेगे वो भि तो आना चाहिए। नहिं तो कहने सुनने सुनाने लिखने, भाष्य लिखने, विवाद करने से, हमारा वैदिक ज्ञान अनुपम था कहकर आत्मरतिमे रमाने के सिवाय प्रेरणा दायक ज्ञान कुछ भि नहिं होगा। हर है होता है बोलने से पहले वो " है" ईस तरह से हम अभि भि परख सकेगे जो पहला ऋषि ने समझ गया था। अगर कोइ लिखा हुवा ज्ञान हम कहने से सिवाय परख नहिं सकेगे तो क्या माइने रखता है युग लाख वरष हो या करोड या चार युग हो या हजार युग, वेदमे लिखा है या नहिं, किसिको कोइ फरक नहिं पडता। ज्ञान तो ऐसा आाना चाहिए जैसे वो ज्ञान के विना हमारा आजका अमुक अमुक काम हो नहिं सकता तब तो विश्वास हो जाएगा न। वेद मे लिखा है इसलिए सच है कह कहकर हम वेदज्ञान से हजारो साल बञ्चित होते आ रहे है। हर एक ऋचा एवं ज्ञान परख कर आगे बढे न ता कि वो ज्ञान प्रेरणादायी होगा । क्या कर रहे हम वेदमे है, उसने पाया, श्रषिने पाया, अमुक व्यक्तिने वेदका भाष्य लिखकर बताया....... ऐसी तरहसे हम आगे बढें तो करोड साल तक ऐसा ब्याख्यान एक मजाक से ज्यादा कुछ नहिं होगा।
@devralal123
2 жыл бұрын
आचार्य जी नमस्ते, क्या कारण वैदिक धर्म सबसे सर्वोत्तम होते हुए भी इसकी पकड़ नही है, जब कि अन्य धर्मो मे तथ्य ठीक नहीं है तब भी बहुत मात्रा में अनुयायी है। कृप्या समाधान सुझाने धन्यवाद तथ्य ठीक नहीं है, फिर भी
@shreelaxmanjimaharaj
Жыл бұрын
भाषण आपका काल गणना पर हो रहा है,विषय सृष्टि की उत्पत्ति उचित नहीं है। विषय वदलें भाषण अच्छा है।
@SubhashChand-jk1ot
2 жыл бұрын
6 मन्वन्तर पक्षियों का निर्माण और सातवें मन्वन्तर में मनुष्यों की उत्तपत्ति की कल्पना ठीक नहीं है ।
@indarpal1239
2 жыл бұрын
आपने बहुत अच्छा बताया लेकिन आदमी एक रट्टू तोता है जो उसे रखा जाता है वह उसी को धर्म मान लेता है
@9971111777
3 жыл бұрын
Thank you Aacharyaji what a lovely words of wisdom 🙏🙏🙏🙏
@vedasingh4680
2 жыл бұрын
पंडित जी नमस्ते जी। अति सुन्दर।
@ramchandramandal9117
6 ай бұрын
नमस्ते जी।ज्ञानवर्धक प्रबचन ।
@aryasamajvadicperchar7022
2 жыл бұрын
Om Namste 🇨🇮🇮🇳🇨🇮🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
@ranjitkumarharishbhai3443
2 жыл бұрын
Pad poudha kaisey utpan whoa
@SanjaySingh-vf5hh
Жыл бұрын
Adbhut and accurate
@yashpalshastri3016
3 жыл бұрын
आचार्य जी को ईश्वर देवताओं वाली आयु 400 चार सौ वर्ष प्रदान करें । धन्यवाद यशपाल शास्त्री
@kamaldebnath4518
2 жыл бұрын
Dhanyawad guru ji
@sslalvaish5146
2 ай бұрын
ज्ञानवर्धक
@sudarshankhanna2557
9 ай бұрын
❤😊
@kalpan5323
Жыл бұрын
Jai reya
@DevKumarDhiman
2 жыл бұрын
कृपया इस पर भी प्रकाश डाले वेदों की उत्पत्ति कैसे हुई।
@gajanandsharma6247
2 жыл бұрын
🙏
@resosciencebooster
Жыл бұрын
OM TAT SAT KA KYA MATLAB H BABA JI
@devendarkumar1146
2 жыл бұрын
घंटा
@sumitchaudhary5702
3 жыл бұрын
Veery good
@sharmakamal7075
3 жыл бұрын
Bahut sunder viyakhya achariya ji
@sand1310
2 жыл бұрын
आपका हृदय से आभार व धन्यवाद। देख रहा हूँ कि इतना गणितीय विश्लेषण वेदों का होने पर भी कम लोगो तक पहुच पाया है। क्यों आप लोग इसे शेयर नही कर रहें हैं इसे आगे बढ़ाने का कार्य कर दूसरे व्यक्तियों को भी लाभ लेने का अवसर दें।
@satyamarg79
Жыл бұрын
AUM Aadarniye sri maan ji aapko saader pranaam 🙏🙏,. Maharishi Dayanand Saraswati ji ki jai 🌹🌹🙏🙏
@geetasrivastava3033
2 жыл бұрын
Acharya ji ko koti koti pranam for amazing scientific updesh .
@geetasrivastava3033
2 жыл бұрын
Acharya ji ko koti koti pranam for vaidik scientific updesh.
@vinitaryadhiman401
3 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@manojtyagi316
2 жыл бұрын
Jsca
@DevKumarDhiman
2 жыл бұрын
नमस्ते जी
@jyotinarayanboruah2360
3 жыл бұрын
Arya ak jati nahi he
@manojkumarmishra2798
2 жыл бұрын
अति सुन्दर । इसी प्रकार और भी बहुत से ऐसे ही उपदेश देने की कृपा करें।
@gunsarajat4097
2 жыл бұрын
Swami ji sadar namaste g aap ka Kam bada hi sarahniy h
@kamaldebnath4518
2 жыл бұрын
Dhanyawad guru ji
@shantilalpatel3037
2 жыл бұрын
धन्यवाद आचार्य जी ।
@sukantadas3889
2 жыл бұрын
Namaste ji
@govindmahto5170
2 жыл бұрын
Guruji koti koti naman
@babunag7873
2 жыл бұрын
Bohot accha.
@boxerdagar_09
3 жыл бұрын
Dhnywad aacharya ji
@yashpalshastri3016
3 жыл бұрын
नमन आचार्य जी । आपने आर्य लोगों का गौरव बढ़ा दिया है, अब हम किसी से डरेंगे नहीं ।
@atmnirbhar7663
3 жыл бұрын
आपके अनुसार त्रेता से कलयुग शुरू होने पर सारे ग्रह सूर्य पृथ्वी चंद्रमा आदि एक स्थान पर आ जाते है , ये कथन अवैज्ञानिक है । आपको वेद का व भी मालूम नहीं है । आप कहते है आकाश से वायु पदार्थ बनता है , न आपको आकाश का पता है और न ही वायु का ।
@amarsen1048
2 жыл бұрын
आचार्य जी इसी तरह बीडियो बनाते रहे ताकि लोग जान सके i
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