यह गीत जान मे हल्दी व तैल की पीटियां जब बना बनी के अग पर चढाई जाती है तब महिला मंडल द्वारा गाया जाता है।इस लिए इस गीत को जान विवाह के हल्दी गीत बोला जाता है।
- Күн бұрын
सुण सुण रे जोधाणे रा तैली जान विवाह गीत विकास मांजू खैताहर व भारमल एवं फूलीदेवी सादुलढाणी, चितलवाना
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