खबर पढ़ें : bit.ly/2LiQEzx
"सुबह आ जाते हैं, शाम तक यहीं रहते हैं। हर जंप के 50 रुपए मिलते हैं। पहले जब तैरने नहीं आता था तब डर लगता था, अब तो रोज की आदत पड़ गई है।" 13 साल के अभिषेक भेड़ाघाट की चट्टानों पर से रोज छलांग लगाते हैं। 300 मीटर से ज्यादा गहरे पानी में लगभग 100 फीट की ऊंचाई से कूदने की हिम्मत कोई आम आदमी शायद ही कर पाये।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्मदा के तट पर स्थित भेड़ाघाट अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है। लेकिन इन्हीं घाटों पर आपको ऐसे बच्चे भी मिल जाएंगे जो कुछ पैसे कमाने के लिए हर पल अपनी जान जोखिम में डालते हैं। ये बच्चे ऐसा क्यों करते हैं, इस बारे में अभिषेक कहते हैं "स्कूल जाना नहीं होता। इसलिए दिनभर यहीं रहता हूं। यहां ज्यादा पैसे मिल जाते हैं।
पहले मैं धूंआधार वाटर फॉल में सिक्के ढूंढता था, लेकिन अब सिक्के बाजारों में कोई लेता नहीं, इसलिए अब मैं यहां जंप लगाता हूं।" भेड़ाघाट में संगमरमर की लंबी-लंबी चट्टानों के बीच बहती नर्मदा के स्वच्छ पानी में नौकायन करना यात्रियों को खूब पसंद है। इन्हीं लंबी चट्टानों की चोटी पर बैठे 13-14 साल के बच्चे सैलानियों की एक आवाज में ऊपर से जंप लगा देते हैं, वो भी मात्र 50 रुपए के लिए।
ये बच्चे कौन हैं, क्यों इनके माता-पिता इनको इस खतरनाक खेल के लिए नहीं रोकते नहीं। इस बारे में भेड़ाघाट के ही नाविक शंकर लखेरा कहते हैं, "ये हमारे बच्चे ही हैं। ज्यादातर नाविकों के बच्चे यही काम करते हैं। और ये एक तरह से ठीक भी है। इन्हें भी बड़े होकर नाव ही चलाना है, ऐसे में अच्छा ही है कि अभी से तैरना सीख रहे हैं।"
खबरों के लिए देखिये हमारी वेबसाइट : www.gaonconnect...
Like us on Facebook: / gaonconnection
Follow us on Twitter: / gaonconnection
Follow us on Instagram: bit.ly/2mzwO6d
Негізгі бет These boys from Bhedaghat jump off cliffs for a living || मौत से खेलते हैं भेड़ाघाट के ये बच्चे
Пікірлер: 923