।।अनमोल वचन।।दोहा।।अखंड सारशब्द धुर धुन का चित्त मे असर ऐसा, जो लोक परलोक दोनो कर देता सिध्द। सतगुरु पारब्रम्ह पूर्ण का वरदान ऐसा, जो पा जावे वो हो जाय प्रसिध्द।।00।।कहने का तात्पर्य यह है कि:-सर्वव्यापक सर्वज्ञ परमात्मा की परम प्रगट प्रत्यक्ष अनुभूति शरीर और मन बुध्दि वाणी के प्रयासो से नही हो सकती। क्योकि वह तो अंड पिण्ड ब्रम्हांडो से परे अधर दीप वाली होती है। जो परममोक्ष दायक है।।01।।भौतिक विज्ञान की भी पहुंच केवल जड पदार्थो तक ही सीमित है। किन्तु आध्यात्म जड और चेतन दोनो को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।।02।।निजी स्वार्थ संसार का एक ऐसा कुंआ है जिसमे गिरकर निकल पाना बडा कठिन होता है। इसलिए जितना हो सके निःस्वार्थ को अपनाने का प्रयास करेगे तो उतना ही परमात्मा को अपने नजदीक पाऐगे।।03।।कुसंग मानव जीवन की प्रतिभा को प्रभावित करता है। सुसंग मानव जीवन की प्रतिभा को सुशोभित करता है। सदाचार जीवन की प्रतिभा को आबाद करता है और दुराचार जीवन की प्रतिभा को बर्बाद करता है। इस सुसंग और सदाचार से मेरा अभिप्राय समय के परम भेदी नांद गुरु साँई अरुण जी शेलार नासिक महाराष्ट्र के सतसंग बातचीत रोज घर बैठे सुनने समझने और अनुसरण करने से हमारे मानव जीवन का उद्देश्य पूरा हो सकेगा।।04।।,,साँई अरुण जी शेलार नासिक महाराष्ट्र और सारशब्दीय संत परिवार को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी 🙏🏻🌹
@chawlastampprintingshop5568
5 ай бұрын
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
@user-wr8dd4xv6r
6 ай бұрын
महाराजी आपकी बात से संतुष्ट नही हुए कोउंकी आत्मा निर्विकार ह आत्मा को भोजन भजन ह लेकिन शरीर करता h भोजन देहि को सतगुरु khe ये तो धुंदर ज्ञान चार दाग में आव नही वांको सतगुरु जां न
@lallanramkushwaha442
6 ай бұрын
कपोल कल्पित। सद्गुरु के सभी ग्रंथों का अध्ययन करने के बाद निस्कर्स निकालना चाहिए।
@SudhirKumar-vi6uk
6 ай бұрын
Saheb bandgi saheb
@nehafancy875
6 ай бұрын
Saheb, bandgi, satnam, saheb, gi
@depusahu5940
6 ай бұрын
Satsahebsahebbandagiguruji
@SusheelKumar-lf8ph
4 ай бұрын
Dhanya hai parmatma vishal hridaya wala parmeshwar prabhu muj pe daya karuna ap prasant kare Meryl asha ko puran kare parmatma kripa kare
@SusheelKumar-lf8ph
4 ай бұрын
Pradan kare
@depusahu5940
6 ай бұрын
Radheyradheyguruji
@lovelysingh337
6 ай бұрын
Suksham sareer ko bataye 🙏🙏
@user-bg1sq2yi8t
6 ай бұрын
Aatma kab se bhojan karne lagi santushti nahi huaa
@user-jw9om5ql4i
5 ай бұрын
कृपया महाराज जी बताएं शरीर का भजन अन्य है आत्मा का भोजन क्या है
@ChandrabhanKumar-gl4br
6 ай бұрын
Saheb mochh ka kiya earth hai
@SudhirKumar-vi6uk
6 ай бұрын
Sir guru ji ka kya name h Thora btayege aap
@ChandrabhanKumar-gl4br
6 ай бұрын
Phir
@ramvirsingh6197
6 ай бұрын
Ek Chita cheeti kya karm karti he kon jooni milegi sahib jee
@prabhatrathodrathod5310
6 ай бұрын
કપોલ કલ્પિત તો તું છે ભાઈ. આત્મા ભોજન કરે એવું ક્યાંથી જાણ્યું કપોલ ભાઈ
@mayabhaisolanki2849
6 ай бұрын
Mera ye manna hai ki atma bhojan Nani karati
@lovelysingh337
6 ай бұрын
Atma to sareer se bahar hai phir kaise atma sareer pakti hai
@pansingh4302
5 ай бұрын
एक तुम ही सुनता है जो तुम समझ रहे हो कोई संत आया ही नहीं संसार में दो दिन से दो भाषण देने लगे किताब पढ़ कर तो संत बन गए असली संत है तो अंदर
@GangaramSingh-cy2mv
3 ай бұрын
SareerMeatmanahaijeevhai
@SudhirKumar-vi6uk
6 ай бұрын
Guru ji ye rabh dutt ki khani ke bare me btana Thora. Kabir paje no 132to 135 me kuchh likha h Thora eske bare me btan plesr
@SudhirKumar-vi6uk
6 ай бұрын
Kabir sagr me likha h sir
@SudhirKumar-vi6uk
6 ай бұрын
Saheb bandgi saheb
@chhotubansal6222
5 ай бұрын
सतगुरू कबीर साहब की जय हो ।
@ashokumar1977choudhary-ru9ui
6 ай бұрын
Koi bhi Dusara yoni me nahi jata hai. Sub mungarant suna rahe hai. Kum se kum sahen k naam pe ye sub na sunaye dhanayawad
@user-gx4ny9nn5u
6 ай бұрын
साहेब बंदी महाराज जी काल्पनिक बाते मत बताइये
@kavitasaraf2921
Ай бұрын
Sahbji kya sekhchili ki si khani suna rhe ho.pahle aapko yogy guru ki saran me jana chahiy.
@kiranhans6292
4 ай бұрын
इसका मतलब यह है कि मनुष्य सिर्फ़ मनुष्य योनि में ही जायेगी तों चोरीसी योनियों भोगनें की सजा संतों ने कहा वो झूठ है क्या
@MukeshSahrma-wn6xh
6 ай бұрын
वि रा ग सा ही ब जी सा ही ब बन्द गी आ प ने कहा कि जी व आ त्मा म र ने के बा द भोजन करती है यह तो आप गलत बता रहे धर्मदास जी को कबीर साहब ने चार वेद का भेद बताया तब उन्होंने यह बताया था कि जो भी जनवरी योनि में से आता है उसका जैसा भाव रहता है वह वैसा भजन भक्तों करता साहिब बंदगी धन्यवाद
@kavitasaraf2921
Ай бұрын
Aatma kbhi nhi Marti bhai.
@dalusarware1569
5 ай бұрын
विराग दास जी आपने यह भी कहा एक वीडियो मे कि आत्मा शरीर से बाहर होती है यहां कह रहें है कि आत्मा शेरनी या गाय के गर्भ में जाती है। वहां भोजन ढूडती है। कृपया आप एक निषठ हो पहले आत्मा शरीर में है या शरीर से बाहर है।आपका भाषण दोनो वीडियो मे अलग अलग क्यों जरा ध्यान दें विचार करे। यहां कोई हार जीत की कोई बात नहीं है।
@Viragmahraj
5 ай бұрын
भक्त श्री जी आप ये समझो की जैसे अभी आपकी आत्मा शरीर पकड़ी है वैसे ही उस समय भी सुक्सम सरीर पकड़ती है
@omprqkashsharma5057
6 ай бұрын
यम राज नही यम ले जाते है ब्रह्मचर्य सत्य अहिंसा आचोर्य अपरिग्रह ये 5 यम
@rameshmistry8703
6 ай бұрын
बाबा पगला गया है आत्मा भोजन भी करता है
@Viragmahraj
6 ай бұрын
भक्त श्री जी आप नहीं जानते आत्मा भोजन करती हैं अगर आपको लगता है कि शरीर भोजन करता है तो आत्मा निकल जाने के बाद शरीर भोजन क्यों नहीं करता है मुझे इस बात का उत्तर दिजिए मै आंगला वीडियो यही डालूंगा की आत्मा भोजन करती हैं की नही
@ChimnaRam-zx6hq
6 ай бұрын
@@Viragmahrajto all by love
@RAMSINGH-iu2ci
6 ай бұрын
Apse phone pe Baatho sakti Hai phone numbar send karna
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