यह स्थान भगवान शिव के प्रथम विवाह का साक्षी है और इस स्थान के बनावट तथा क्रियो के अनुसार ही पंच केदार का निर्माण हुआ है इसकी जो बना इस स्थान की जो बनावत है वह बद्री विशाल के जैसे है
यहां पर विशेष देवियों के कुंड ऐतिहासिक कुंड तथा यह जगह जिन व्यक्तियों को संतान की आवश्यकता होती है यहां पर वह विशेष के पास पात्र बनते हैं यहां पर पूजा पाठ करते हैं यहां पर विवाह करते हैं
Негізгі бет त्रियुगीनारायण मंदिर रूद्रप्रयाग उत्तराखंड माता पार्वती शिव नारायण से जुड़ा हुआ यह स्थान है।
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