संस्कृत के मंत्रों, श्लोकों, स्तुतियों, स्तोत्रों के साथ साथ गढ़बोली में भी तुम्हारी स्वर लहरियां सदैव तुम्हारी स्मृतियों को जीवंत रखेंगी भुला परम शैव मृत्युंजय हिरेमठ ❤️।
- Күн бұрын
तुम्हारी स्वर लहरियां सदैव तुम्हारी स्मृतियों को जीवंत रखेंगी भुला परम शैव मृत्युंजय हिरेमठ ❤️।
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