मुझे एक सवाल का जवाब सुप्रीम कोर्ट से चाहिए कि , मांस खाने वाले ,,खरीदते वक्त हलाल और झटका मीट शॉप अपने चयन के अनुसार क्यों देखते है,, जो चाहिए वही लेते है,, तो हिंदू शाकाहारी, व्रत धारी कांवड़िए को ये जानने का हक क्यों नहीं होना चाहिए की वो जहां खा रहा है उसे बनाने वाला ,, कौन है, ओर जो वह खाएगा वो कितनी शुचिता से बना है या नही।
@PtSatenderBhardwaj
2 ай бұрын
Bhai muzarnagar se hari dwar lagbhag 100km hei 200 km nahi
@munirajdubey2634
2 ай бұрын
नाम छिपाकर हिंदू देवी देवताओं के नाम पर पेट भरते है और हिंदू के उपर पत्थर फेकते है
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