उर्मिला शुक्ल की कहानी-नहीं रहना देश बिराने
Urmila shukl ki Kahani
Hindi AudioStory
हिन्दी कहानी
#स्वर-सीमासिंह
परिचय
उर्मिला शुक्ल
शिक्षा - एम. ए. ,पीएच. डी. ,डी. लिट्.।
लेखन - छत्तीसगढ़ी और हिंदी ,दोनों भाषाओं में लेखन।
प्रकाशन -
उपन्यास - बिन ड्योढ़ी का घर | बिन ड्योढ़ी का घर - भाग 2 , अज्ञेय की शेखर एक जीवनी के बाद, पहली एक ही शीर्षक से दो उपन्यास प्रकाशित. महिला रचनाकारों में प्रथम महिला जिसने एक ही शीर्षक से दो भागों उपन्यास लिखा ।
कहानी संग्रह - 1 फूल कुँवर तुम जागती रहना ,2 मैं ,फूलमती और हिजड़े . 3 उजास और कालिमा के पार |
3 बीसवीं सदी की महिला कथाकारों की कहानियाँ में कहानी गोदना के फूल प्रकाशित |
4 हंस - महिला विशेषांक --सिर्फ कहानियाँ सिर्फ महिलायें अगस्त 2013 - कहानी बँसवा फुलाइल मोरे अँगना प्रकाशित और चर्चित।
कविता संग्रह - 1 . इक्कीसवीं सदी के द्वार पर। 2. गढ़ रही है औरत।
यात्रा संस्मरण - 1 . यात्रायें उस धरा की जो धरोहर हैं हमारी | 2 . चाँद की धरती पर ,हिम शृंगों के संग - संग |
अनुवाद - पंजाबी , गुजराती , मराठी ,कन्नड़ और उर्दू में कहानियाँ और मराठी ,उर्दू और अँग्रेजी में कविताएं अनुदित |
छत्तीसगढ़ी में कविता संग्रह। ,कहानी संग्रह , खण्ड काव्य और समीक्षा की पुस्तकें प्रकाशित |
पुरस्कार और सम्मान- पुष्करणी कथा पुरस्कार उत्तर प्रदेश 2015 ,अखिल भारतीय स्पेनिन साहित्य गौरव सम्मान, छतीसगढ़ साहित्य सम्मान 2022, अम्लतास सृजन सम्मान 2022सहित अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त
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