शहरों में रामलीला दूसरे नवरात्रों में होती है. हमारे उत्तराखंड में रामलीला माघ पूस के महीनों में होती थी जब खेती किसानी का काम नहीं होता था और रातें लंबी होती थीं. मगर समय बदला, पहाड़ से पलायन तीव्र हुआ. अब मई जून के महीने में प्रवासी गर्मियों की छुट्टियों में अपने गांव गए हैं तो उत्तराखंड पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा ब्लॉक स्थित ग्राम बीणा मल्ला में महिलाओं की रामलीला का आयोजन हुआ. बस यही मौका था जब 65 वर्षीय (स्क्रीन पर गलती से 88 छप गया है) वयोवृद्ध लोक कलाकार श्यामलाल जी ने ऐसा समा बांधा कि दर्शक नाचने पर मजबूर हो गए. आप भी देखें, और वीडियो को शेयर जरूर करें.
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Негізгі бет उत्तराखंडी लोकगीतों के संवाहक श्यामलाल जी II महिलाओं की रामलीला ग्राम बीणा, पोखड़ा ब्लाक, पौड़ी
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