उत्तर कोरिया अपने अंतरराष्ट्रीय स्तर के परमाणु हथियार कार्यक्रमों के लिए पैसों का प्रबंध कैसे करता है? जबकि यह देश दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है.
जवाब है उत्तर कोरिया का ‘ब्यूरो 39’. सरकारी प्रणाली के अंदर गहराई तक धंसा एक गुप्त संगठन, ब्यूरो 39 जिसका एक मात्र काम है किम जोंग-उन की सत्ता को नकद धन पहुंचाना. डॉलर छापने से लेकर, नशीली दवाओं की तस्करी, हथियारों की तस्करी, इंसानों की तस्करी और बीमा में धोखाधड़ी - उत्तर कोरिया के अनैतिक रूप से पैसा बनाने वालों के लिए कोई सीमा नहीं.
यह डॉक्युमेंट्री वर्षों के शोध और खास खुफिया जानकारियों तक पहुँच पर आधारित है. पात्रों ने ब्यूरो 39 के सबसे असाधारण मामलों पर चर्चा की है, और हमें उन अचंभित करने वाली तरकीबों से अवगत कराया जिससे दशकों से उत्तर कोरिया संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए अपने परमाणु हथियारों की फंडिंग कर रहा है.
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Негізгі бет उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियार के लिए पैसा कैसे आता है? [North Korea] | DW Documentary हिन्दी
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