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वीडियो इस क्वालिटी का बनाएं - • विवाह लोकगीत || सूतल ब...
गायक - रूपा सिंह, कोमल सिंह
गीत - विवाह लोकगीत ललनबा
गीत के बोल -:
सूतल बेटी हंइ ठाड़ि के अरज करइं अरे सुना बाबू अरज हमार रे ललनबा
अस बार खोजे बाबू सुनदर सलोनबा अरे जइसय गोपिया के कान्हा रे ललनबा
अंखिया ता रहइ बाबू आमा केर फंकिया अरे नकिया रहइ सुआ टोंट रे ललनबा
एतना बचन सुनि बाबू मुरझाय गएँ अरे तोर बर हमसे खोजाई रे ललनबा
तोर बर खोजिहीं बेटी तोंहरइ काका तोर बर हमसे खोजाई न ललनबा
सूतल बेटी हंइ ठाड़ि के अरज करइं अरे सुना काका अरज हमार रे ललनबा
अस बार खोजे काका सुनदर सलोनबा अरे जइसय गोपिया के कान्हा रे ललनबा
अंखिया ता रहइ काका आमा केर फंकिया अरे नकिया रहइ सुआ टोंट रे ललनबा
एतना बचन सुनि काका मुरझाय गएँ अरे तोर बर हमसे खोजाई रे ललनबा
तोर बर खोजिहीं बेटी तोंहरइ बीरन अरे तोर बर हमसे खोजाई न ललनबा
• विवाह लोकगीत || सूतल ब...
Presents BY :- BHARAT LOK DARSHAN
Негізгі бет Музыка विवाह लोकगीत || सूतल बेटी हंई ठाड़ि के अरझ करयं || Vivah Lokgeet || Bharat Lok Darshan || Rupa Komal
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