हम वहां से निस्बत रखते हैं जहां सिर्फ कलम चलते हैं कैमरे नहीं रसूल ले पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सरीयत पे चलने वाली तहरीक व हमारा मरकज बरेली सरीफ वहां शरीयत देखी जाती अपनी तबीयत नहीं अगर आप सच्चे ओर पक्के मस्लक ए आला हजरत वाले हैं तो आपके लिए हुजुर ताजुश्शरिया का फतवा व फरमान काफी होना चाहिए 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
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