ॐ गुरुदेव! अति सरल व सारगर्भित शब्दों में आपने चारों उपनिषदों को समझा दिया ,इसके लिए आपको हृदय से आभार प्रेषित करता हूं। 🌺🌺🌺👣🙏💐💐💐
@yogsangh4425
5 жыл бұрын
अद्भुत सर, ब्रम्ह की अनिर्वचनीय व्याख्या.... 👌👌👌👌👌
@tanurawat832
2 жыл бұрын
Good job guru ji
@shekharmuthe1958
3 жыл бұрын
Great work
@nemjain
7 жыл бұрын
Bahut Aabhar, very useful material
@jignathakkar3585
6 жыл бұрын
supppper explanation...it's really helpful...tysm
@prashant5may
3 жыл бұрын
Awesome series ..keep uploading
@kannammasingh780
3 жыл бұрын
Great
@mamtasangwan1198
6 жыл бұрын
Sir Thank you for making easy method to learn
@dharmendraarela6653
4 жыл бұрын
Bahut Sundar
@saraswatinair8610
7 жыл бұрын
Bahuth dhanyawad Sir ji
@nirbhay508
7 жыл бұрын
प्रणाम गुरु जी। कठोउपनिषद को पढ़ाते समय आपने चर्चा किये। यम और नचिकेता की वार्ता का, उसमे मन और इन्दिरयो के मिलने से कर्म होता है। तो क्या बिना इन्दिरयो के संयोग से केवल मन के द्वारा कार्य संभव है? जिग्यासा उतपन्न हो गया जब सुन रहा था।
@harishji6447
6 жыл бұрын
शारीरिक कर्म मन के बिना सम्भव नही है,पर बिना इन्द्रिय के मन कार्य करता है उसको मानसिक कर्म कहते हैं जैसे कोइ विषय का चिन्तन करना,संकल्प-बिकल्प आदि पर इसको केवल मानसिक कर्म ही कहा जाता है।
@madhuramyogacenter5022
7 жыл бұрын
very useful sir
@i.cbrahmbhatt5035
2 жыл бұрын
Nice
@yogacharyaanilcg
7 жыл бұрын
thank mem & sir.......
@sephalipati6399
3 жыл бұрын
Very good explanation sir. Can we get in English
@nehamathur3173
4 жыл бұрын
Sir yoga se related kuch or bhi bataiye
@UTTARAKHAND_tourism04
4 жыл бұрын
Interesting..
@gopalindians
4 жыл бұрын
नमस्कार, कृपया हिंदी के विडियोज का हिंदी में ही टाइटल दीजिए ढूंढने में आसानी और कम भ्रामक होगा। धन्यवाद
@AcharyaMinakshiKothari
4 жыл бұрын
Thnak you sir
@evidencebasedyoga1992
7 жыл бұрын
Very good sir
@Kashu-j8u
4 жыл бұрын
Gruji net syllabus me Jo 8 upnisad or add hue h un par bhi video banaye
@nirbhay508
7 жыл бұрын
प्रणाम गुरु जी। केनोउपनिष्द के दिव्तीय खण्ड में आप चर्चा कर रहें थे मन के बारे में। एक जिज्ञसा है। आपके कथानुसार प्रत्येक जीव में मन होता है। तो मानव शरीर मे मन का निवास स्थल कहा है औऱ उसकी अवस्था क्या है? क्या मन केवल जागृत अवस्था मे कार्य करती है या सुसुप्ति में भी यदि है तो कैसे? यदि न तो उस वक्त मन कहा रहता है। मन के कितने गुण और अवगुण है? जिज्ञसा भाव से पूछ रहा हूँ।
@harishji6447
6 жыл бұрын
मन का कोइ निश्चित स्थान शरीर मे नही होता,जब किसी एक इन्द्रिय अपना विषय ग्रहण करता है तो मन उसके साथ रहता है,बिना मन के कोई इन्द्रिय काम नही कर सकता,दुसरी बात मन जाग्रत एवं स्वप्न अवस्था मे ही काम करता है,सुषुप्ति मे केवल चेतन आत्मा ही साक्षी रूप मे विद्यमान रहता है।
@SubodhKumar-li6uj
5 жыл бұрын
Good morning
@NoshNams
3 жыл бұрын
Edit Proof Read Title Spell Check Before Uploading
@archanachaudhary9051
6 жыл бұрын
जीवेम शरदः शतम
@harishji6447
6 жыл бұрын
कृपा करके उपनिषदों एवं वैदिक काल को ईसाइ अंग्रेजों के आधार से निर्णय ना करें।उपनिषद काल महाभारत काल से पहले का है ,महाभारत काल ५००० वर्ष से अधिक हो चुका है।
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