दोस्तों, हम आपके सामने लेकर हाज़िर हैं, IIT Guwahati में आयोजित Advaya 2017 में होने वाले अब तक के सबसे बड़े मुशायरे की झलकियाँ जिसमें हमें Rajesh Reddy, Abhishek Shukla, Azhar Iqbal, Tarkash Pradeep, Vipul Kumar, Zubair Ali Tabish जैसे बेहद खूबसूरत और ज़हीन शायरों के कलामों को live सुनने का मौका मिला | आप सब लोग, जो Advaya में इनको सुनने का मौका चूक गये हों, या जो इनको सुनने की यादें दुबारा ताज़ा करना चाहते हैं, आप सब के लिए, हम इस event की video साझा कर कर रहें हैं | इस video शृंखला के पहले Episode में आइये सुनते हैं महाराष्ट्र से तशरीफ़ लाए जनाब Zubair Ali Tabish साहब को जिन्हें हर तरह के शेर सरल और आम बोलचाल की भाषा में कहने में महारत हासिल है | Chemistry एवं Urdu language में Graduate युवाशायर जनाब Zubair Ali Tabish साहब भारत के उन चुनिन्दा शायरों में से है जिन्होंने बहुत कम उम्र में हीं अपने उम्दा कलामों के बल पर इस मुकाम को हासिल किया है | इनका एक शेर है कि,
“दरख़्त काट के जब थक गया लकड़हारा
फिर इक दरख़्त के साए में जाके बैठ गया”
आइये जनाब Zubair Ali Tabish साहब के इसी तरह के कुछ उम्दा कलामों को सुनते है इस video में |
Негізгі бет Zubair Ali Tabish | Kavi Sammelan | IIT Guwahati
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