Bilkul sahi premi ji manager sahib bhut hi honest the
@PrashantMudgil-p8d
21 сағат бұрын
Dhan dhan satguru tera hi aasra
@suganchandsoni3627
4 күн бұрын
Dhan satguru tera hi aasra ji
@RamSingh-hr12
4 күн бұрын
Dhan dhan satguru tara hi asra🙏
@santoshdagar8034
4 күн бұрын
Dhan dhan satguru Tera hi aasra ji 🙏
@RamSingh-hr12
4 күн бұрын
Dhan dhan satguru tara hi asra🙏
@SantmatParkash-Offical
5 күн бұрын
तुम mastana जी के dere sache saude wale., dhan dhan satguru वाले .... गुरु द्रोही हो,, क्योंकि तुमने गुरु की कोई मर्यादा नहीं रखी... , 1).Radha Soami satsang nam ko chodkar,,,,,,,, tumne sacha Sauda nam rakh liya... क्यु..? हुजूर स्वामी जी महाराज ने इसकी आज्ञा दी? या Baba Jaimal Singh ji ने...? या महाराज सावन सिंह जी ने.....? उन्होंने खुद अपने सत्संग का नाम,,,,,,, राधास्वामी सत्संग ब्यास रखा है...! Change नहीं किया..... मै य़ह नहीं कह रहा कि,, sacha Sauda nam rakhna गलत है,, या धन धन सतगुरु कहना गलत है.... मै य़ह कह रहा हूं, कि हमारी परंपरा,, राधास्वामी की है,,,,,,, जिसकी स्वामी जी महाराज ने चलाया है,,,, उनके दिए हुए, नाम को,,, हम कैसे change कर सकते हैं..? Btao khud..... वो हमारे आदि गुरु है,,, क्या उनके खिलाफ चल जाए हम लोग..? जब,,, baba jaimal singh ने,,, और maharaj sawan singh ji ने,,,,, Radha soami नाम change नहीं किया........ तो,,,, तुम लोग,,,, गुरु के विरुद्ध कैसे,, चल गे..? .................................................... 2).Radha Soami बोलने की जगह,, तुम,, धन धन सतगुरु पर आ गए..... जिस राधास्वामी,, के लिए,, हुजूर स्वामी जी महाराज ने पूरा ग्रंथ लिख दिया..... जिसके लिए,,, स्वामी जी कह्ते है,, , य़ह(Radha Soami) नाम निज नाम है,, य़ह परमात्मा का नाम है,,,,! इसको जप करो,,, और जपाओ,,........ इसको गाओ, पढ़ो..! उसको change करने वाले तुम लोग होते कौन हो..? इस गुरु मर्यादा का भी तुम लोगों ने उलंघन किया है,,, गुरु के विरुद्ध जाकर! ****************************** 3)...........panch 5 नाम की जगह 3 नाम कर दिए नाम दान के.... तुम लोगों ने..... क्यु..? जब स्वामी जी ने बाबा jaimal singh को वही 5 नाम दिए.... और maharaj sawan singh ne,,,, 5 नाम दिए..... और mastana ji भी वही जपते थे....... तो,,,,, 5 से 3 पर कैसे आए तुम लोग.? .... Kisne di permission...? इसको बोलते हैं,, गुरु मर्यादा के विरुद्ध जाना! बेशक 1 नाम से भी उधार हो सकता है,, अगर गुरु चाहे..... लेकिन गुरु मर्यादा तो 5 की थी,,,, तोड़ी क्यु...? जब baba jaimal singh, baba sawan singh से ने मर्यादा नहीं तोड़ी...... तो क्या तुम लोग..... उन beas के गुरुओं से भी बड़े हो...? य़ह अपमान किया है,, महाराज सावन सिंह जी का तुम लोगों ने ..... **************************** 4,,,,,, Shabad me music allowed नहीं beas में.... तुमने वो भी,,,, allow kiya....... बेशक,,,,, कीर्तन करना कोई बुरी बात नहीं..... , लेकिन beas की मर्यादा को तुमने क्यु नहीं follow किया,,, जिसको बाबा jaimal singh और महाराज sawan singh ने शुरू किया था....! ************************* 5).....स्वामी जी महाराज की वाणी तुम नहीं लेते... कभी स्वामी जी महाराज का photo भी नहीं लगाते तुम लोग,,, क्यूँ..? हुजूर स्वामी जी महाराज के बारे में तुम,, संगत को बताते नहीं,,,,,, आदि गुरु को नहीं बताना,,, पाप है,,,, य़ह भी मर्यादा के विरुद्ध है.... स्वामी जी महाराज,,, जो आदि गुरु है,, इस पंथ के,,,,, जिनसे तुम santmat का प्रचार कर रहे हों,,, उनके ग्रंथ,,, तुमने kyu published nhi किया....? कैसी शिक्षा,,,, उनके उपदेश के बिना,,,,...? उनके उपदेशों को,,,,, अपनी stamp लगा कर दिखाना,,,, य़ह है गुरु की मर्यादा के विरुद्ध जाना...! क्युकि तुम लोग जानते हो,,, कि अगर संगत को स्वामी जी महाराज के बारे में बताया,,,, तो तुमसे पूछा जाएगा,,,, कि राधा स्वामी नाम क्यु नहीं बोला जाता,,,तुम्हारे में....... क्युकी स्वामी जी ने पूरे सार बचन में उस राधा स्वामी की ही चर्चा की है......! ******************************* 6.....Baba Jaimal Singh ka भी zikr नहीं करते तुम लोग.... **************************** Guru मर्यादा रखी कौन सी है तुम लोगों ने..... Maharaj Sawan Singh ki.....? जिस बाप (baba Sawan singh) से तुमने सबकुछ लिया है,,,, उसकी गुरु मर्यादा को तुमने follow किया.....? बाप के खिलाफ गए थे,,,, उनकी गुरु मर्यादा तोड़ी,,,, तभी यहि हाल हो रहा है,,, तुम्हारे आश्रमों और डेरों का ************************* Beas में ,,,, जो स्वामी जी, से शिक्षा और मर्यादा मिली थी ,,, as it,,, वही चल रही है,,,, No change in guru मर्यादा..... ************************** जब महाराज सावन सिंह जी ने चोला छोड़ दिया,,,, उसके बाद,,, mastana ji,,,, खुद नाम नहीं देते थे,,,,,, ब्लकि आपने मित्रों, संबंधियों को,,,,,, Beas के गुरु,,, Sardar Bahadur Jagat Singh ji से नाम दिलाते थे..... (इसका proof,, Ruhani Diary - 3) में है.! ******************** ****** तुम sache saude वाले,,,,, गुरु द्रोही हो,,,, बाबा सावन सिंह जी की 1 मर्यादा तुम लोगों ने नहीं रखी..... बातें कर रहे हों,, सच खंड की,,..? Guru के हुकुम से बाहर निकल कर बाते कर रहे हों....... शर्म करो... ****************************** देखो सिख धर्म में 1 ही मर्यादा थी 10 गुरुओं की,,,, किसी गुरु ने,,, गुरु नानक को नहीं भुलाया..... लेकिन तुम लोग तो स्वामी जी महाराज की ही भूल गए..? जो गुरु नानक की शिक्षा थी AS IT चलाया 9 गुरुओं ने..... और सीधी गद्दी थी उनकी.... ... **************************** तुम्हारी तरह नहीं,,,,, कभी 600 mastana कोई 900,,, कोई Jagmalwali,, koi,,,, sacha sauda,, koi Balochistani...... Chod दो पाखंड करने.......!
@SantmatParkash-Offical
5 күн бұрын
Baba Gurinder singh को बुरा कहने वाले,,,,,,,,,, राधा स्वामी सत्संग ब्यास से ही,,,,, तुमने बिना permission के gddiya li है...... है तुम्हारे पास,,, बाबा सावन सिंह जी का कोई proof.....? की mastana ji को गद्दी दी........ हमारे पास वसीयत है,,,,, लेकिन,,,,क्युकी बिना गुरु के हुकुम के gddiya chlai है...... Tabhi ram rahim aur,,,, virender जैसे paide,, होते हैं,, तुम्हारे sche सौदे में....... हमारी ब्यास की परंपरा,, बिल्कुल सीधी है... और बिल्कुल साफ़ है..... आप क्या चाहते हो,,,,.? बाबा जी,,, virender को, chor बोले,, गन्दा बोले.... तब आप खुश होंगे.....? अरे संत को,,,, बुरा इंसान भी अच्छा ही लगता है.... वो हमारी गलती नहीं देखते,,, सभी बुरे, गंदे,, इंसान us rab के है...... Chlo अगर virender से गलती हुई भी है,,,, तो अब शायद वो ना करे..... Guru granth sahib के अंदर,,, संत सधना जी की वाणी है,,,,,, वो पहले,,,.kasai थे, मांस बेचते थे,,, लेकिन बाद में,,,, वो संत बन गए...... किसी में गलतियां देखने वालों,,,,, याद रखो,,, अपने गुनाह.... और ब्यास को कुछ भी बोलने से पहले य़ह सोच लेना...... की बाबा सावन सिंह जी ने इस परंपरा की संभाल का वादा किया है..... इसलिए,,,, no comments on beas.... तुम्हारी परंपरा में शुरू से विवाद है,,, कोई 600 mastana कोई 900,,,koi तेरा asara,,, koi manager sahib, koi satnam Singh,,,,,, तुम्हारी परंपरा मे ही झगडे क्यु होते हैं,,,,..? Aapna sacha sauda, sambalo pehle,,,, fir baat krna..... Radha Soami से तुम,, धन धन सतगुरु पर आ गए..... 5 नाम की जगह 3 नाम कर दिए Shabad me music allowed नहीं beas में.... तुमने वो भी,,,, allow kiya.... स्वामी जी महाराज की वाणी तुम नहीं लेते... कभी स्वामी जी की सार बचन ग्रंथ को तुमने कभी नहीं published किया.. जो हमारे आदि गुरु है....! Guru मर्यादा रखी कौन सी है तुम लोगों ने..... Maharaj Sawan Singh ki.....? Beas ने,,,, जो स्वामी जी से शिक्षा मिली ,, as it,,, वही चल रही है,,,, No change in guru मर्यादा..... Guru के हुकुम से बाहर निकल कर बाते कर रहे हों....... शर्म करो...
@RKAssociates996
6 күн бұрын
Are kon hai tu, Teri sunega kon
@Honeybhagat11364
8 күн бұрын
संत का दोखी इउ बिललाइ ॥ जिउ जल बिहून मछुली तड़फड़ाइ ॥ संत का दोखी भूखा नही राजै ॥ जिउ पावकु ईधनि नही ध्रापै ॥ संत का दोखी छुटै इकेला ॥ जिउ बूआड़ु तिलु खेत माहि दुहेला ॥ संत का दोखी धरम ते रहत ॥ संत का दोखी सद मिथिआ कहत ॥ किरतु निंदक का धुरि ही पइआ ॥ नानक जो तिसु भावै सोई थिआ ॥६॥संत का निंदक ऐसे बिलकता है जैसे पानी के बिना मछली तड़फती है। संत का निंदक तृष्णा का मारा हुआ कभी संतुष्ट नहीं होता, जैसे आग ईधन से तृप्त नहीं होती (भाव, संत को शोभा का जला हुआ ईष्या के कारण निंदा करता है और ये ईरखा कम नहीं होती)। जैसे अंदर से जला हुआ तिल का पौधा खेत में ही दुत्कारा सा पड़ा रहता है वैसे ही संत का निंदक भी अकेला त्यागा हुआ पड़ा रहता है (कोई उसके नजदीक नहीं आता)। संत का निंदक धर्म से हीन होता है और सदा झूठ बोलता है। (पर) पहली की हुई निंदा का ये फल (-रूपी स्वभाव) निंदक का आरम्भ से ही (जब से उसने निंदा का काम पकड़ा) चला आ रहा है (सो, उस स्वभाव के कारण बिचारा और करे भी तो क्या?) हे नानक! (ये मालिक की रजा है) जो उसे ठीक लगता है वही होता है।6।
@balvikumar590
10 күн бұрын
Aap log apne dera sambaalo ....aap manmukhi log kush b ni jante aap log vakil sahib ko guru b ni maante fir .....agar gurinder baba Galt h toh vakil sahib fir kaise thik ho gye ....hak to beas walo se mila hai naam daan Dene ka...
@HindiEnglish101
10 күн бұрын
Bakwas ......mt kr ....apke guru ne apko yhi sikhiya hai kya...yhi sikhne jate ho wha.....buna kisi jankari k balna kis ne sikhiye hai apko ....
@kamalarora9182
10 күн бұрын
Too apna Ghar sambhal
@dineshkapoor7264
11 күн бұрын
Isdi ta narak di tikat pka hai
@RakeshKumar-t6c9o
11 күн бұрын
Aapse bda koi jutha nhi h.....dera vyas ko bura bolna band kro...aap satsang ko sirf or sirf bhdka rhe ho....dera vyas kbi gye bi ho kya....Aapne Pujay Vakil ji ki mitti pliiit kr diii...ab gyani bn rhe ho.....
@Honeybhagat11364
8 күн бұрын
संत का दोखी बिगड़ रूपु होइ जाइ ॥ संत के दोखी कउ दरगह मिलै सजाइ ॥ संत का दोखी सदा सहकाईऐ ॥ संत का दोखी न मरै न जीवाईऐ ॥ संत के दोखी की पुजै न आसा ॥ संत का दोखी उठि चलै निरासा ॥ संत कै दोखि न त्रिसटै कोइ ॥ जैसा भावै तैसा कोई होइ ॥ पइआ किरतु न मेटै कोइ ॥ नानक जानै सचा सोइ ॥७॥ संत का निंदक ऐसे बिलकता है जैसे पानी के बिना मछली तड़फती है। संत का निंदक तृष्णा का मारा हुआ कभी संतुष्ट नहीं होता, जैसे आग ईधन से तृप्त नहीं होती (भाव, संत को शोभा का जला हुआ ईष्या के कारण निंदा करता है और ये ईरखा कम नहीं होती)। जैसे अंदर से जला हुआ तिल का पौधा खेत में ही दुत्कारा सा पड़ा रहता है वैसे ही संत का निंदक भी अकेला त्यागा हुआ पड़ा रहता है (कोई उसके नजदीक नहीं आता)। संत का निंदक धर्म से हीन होता है और सदा झूठ बोलता है। (पर) पहली की हुई निंदा का ये फल (-रूपी स्वभाव) निंदक का आरम्भ से ही (जब से उसने निंदा का काम पकड़ा) चला आ रहा है (सो, उस स्वभाव के कारण बिचारा और करे भी तो क्या?) हे नानक! (ये मालिक की रजा है) जो उसे ठीक लगता है वही होता है।6।संत का निंदक ऐसे बिलकता है जैसे पानी के बिना मछली तड़फती है। संत का निंदक तृष्णा का मारा हुआ कभी संतुष्ट नहीं होता, जैसे आग ईधन से तृप्त नहीं होती (भाव, संत को शोभा का जला हुआ ईष्या के कारण निंदा करता है और ये ईरखा कम नहीं होती)। जैसे अंदर से जला हुआ तिल का पौधा खेत में ही दुत्कारा सा पड़ा रहता है वैसे ही संत का निंदक भी अकेला त्यागा हुआ पड़ा रहता है (कोई उसके नजदीक नहीं आता)। संत का निंदक धर्म से हीन होता है और सदा झूठ बोलता है। (पर) पहली की हुई निंदा का ये फल (-रूपी स्वभाव) निंदक का आरम्भ से ही (जब से उसने निंदा का काम पकड़ा) चला आ रहा है (सो, उस स्वभाव के कारण बिचारा और करे भी तो क्या?) हे नानक! (ये मालिक की रजा है) जो उसे ठीक लगता है वही होता है।6।
@RSSB228
11 күн бұрын
Pagal😂😂
@RSSB228
11 күн бұрын
Bakwas karta hai
@durgapujachilwariya4858
14 күн бұрын
Nics
@RamSingh-hr12
13 күн бұрын
Thanks
@RamSingh-hr12
13 күн бұрын
❤
@monusharmadeo3303
14 күн бұрын
पैसे देकर बुलवाया गया है ये सब
@JonySolanki-x8s
14 күн бұрын
Kyon ninda kar rahe ho kyon satsang ko Gumrah kar rahe ho itni ninda karte ho utna Simran kara karo vakil sahab ji ka Hukum Mano
@JonySolanki-x8s
14 күн бұрын
Jhooth bolna band kar do kyon satsang ko Gumrah kar rahe ho kyon ninda kar rahe ho aur Simran karo
@poojakayt3114
16 күн бұрын
😂 or dusra wo jo ye virender h usko apne sath rkhate the eska matb vakil sahab ko logo ki parkh hi nhi to esliye wo luche gundo ko sath rkhte the dere me or tu Mahatma h tujhe to sabka pta h anteryami Jo h tu tu hi lele uski gadhhi ko to saf h sbse 😂😂
@poojakayt3114
16 күн бұрын
To vakil sahab bi luche or gunde the fir to Teri najro me to kyoki ak to wo gurender Singh ke dost bi the or unki bohot respect bi krte the
@poojakayt3114
16 күн бұрын
Tane bolo ke baba tu nam dan ke layak bi nhi tune apne vakil sahab ko or badhnam kr rkha h
@AshwaniSharma-tc9pj
16 күн бұрын
Yóu wrong vedeo brother ji
@AnkitSaini-rm8hz
16 күн бұрын
Ganje beman
@lekhrajjakhar28
16 күн бұрын
ये पागल हो गया है
@RajeshYadav-ro5el
22 күн бұрын
Dhan dhan satguru tera hi aasra
@RamSingh-hr12
22 күн бұрын
🙏🙏
@duhankusum06
22 күн бұрын
Pllz esa mt bolo hmme chugli nhi krni kisi ki bs baba vakil sagib ji ye dikha rhe h dekhlo sachai aaj ki
Пікірлер